By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 23, 2018
जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र की एक शीर्ष अधिकारी ने आज इन बढ़ते जुमलों की निंदा की जिनमें दावा किया जाता है कि परमाणु हथियार जरूरी हैं। अधिकारी ने चेताया कि इन हथियारों के प्रयोग का जोखिम बढ़ता जा रहा है। हथियार निरस्त्रीकरण मामलों की संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष प्रतिनिधि इजुमी नाकामित्सु ने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) की शुरूआती समीक्षा बैठक में कहा, ‘‘परमाणु हथियारों के जानबूझकर या किसी अन्य तरह से प्रयोग का जोखिम बढ़ता जा रहा है।’’
करीब आधी शताब्दी पहले शीत युद्ध के अपने शीर्ष बिन्दु पर पहुंचने पर एनपीटी लाई गई थी जिसका उद्देश्य परमाणु हथियारों को फैलने से रोकना था लेकिन यह परमाणु संपन्न देशों पर अपना भंडार कम करने की जिम्मेदारी भी डालता है। जिनेवा में बैठक की शुरूआत में नाकामित्सु ने चेताया, ‘‘आज विश्व के सामने वैसी ही चुनौतियां हैं जैसी एनपीटी के जन्म के समय थीं।’’ यह बयान ऐसे समय सामने आया है जब 15 साल पहले संधि से हटने वाले उत्तर कोरिया ने परमाणु एवं लंबी दूरी की मिसाइल के परीक्षणों पर रोक लगाने की घोषणा की है। नाकामित्सु ने उत्तर कोरिया के इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि यह कदम गंभीर वार्ता और संवाद के लिए माहौल तैयार करने में योगदान देगा।