By अंकित सिंह | Jul 08, 2025
11 जुलाई से 23 जुलाई तक चलने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली में मीट की दुकानें बंद रहेंगी। इस बात की जानकारी मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा ने दी। हालांकि, मंत्री ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह प्रतिबंध केवल तीर्थयात्रा मार्ग पर पड़ने वाली मांस की दुकानों पर ही लागू होगा या नहीं। मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा कि इनमें से ज़्यादातर मीट की दुकानें वैसे भी अवैध हैं और कानून के मुताबिक इन्हें नहीं चलना चाहिए। लेकिन कांवड़ यात्रा के दौरान इन्हें खास तौर पर बंद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसको लेकर मांग की जरूरत नहीं है। कांवड़ यात्रा के दौरान इन्हें विशेष रूप से बंद रखा जाएगा। ये सभी अवैध दुकानें हैं और हम कांवड़ यात्रा के दौरान इन्हें संचालित करने की अनुमति नहीं दे सकते।
दूसरी ओर जंगपुरा से भाजपा विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर दिल्ली में कांवड़ यात्रा मार्ग पर सभी शराब और मांस की दुकानों को अस्थायी रूप से बंद करने का अनुरोध किया था। विधायक ने कहा था कि शराब और मांस की दुकानों पर अस्थायी प्रतिबंध यात्रा की पवित्रता का सम्मान करेगा और किसी भी संभावित अप्रिय घटना को रोकेगा। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि राज्य में कांवड़ यात्रा मार्ग पर कोई मांस न बेचा जाए। 26 जून को सरकार ने यह भी आदेश दिया कि तीर्थयात्रा मार्ग पर सभी भोजनालयों को अपने मालिकों के नाम प्रदर्शित करने होंगे।
हिंदू कैलेंडर के पवित्र महीने सावन के दौरान श्रद्धालु पवित्र नदियों से जल लेकर विभिन्न मंदिरों में भगवान शिव को चढ़ाने के लिए कांवड़ यात्रा करते हैं। इस साल कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू होगी। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य मारवाह ने कहा कि श्री गुरु सिंह सभा एक धार्मिक संस्था है, जो सभी धर्मों का सम्मान करती है। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘हम अपील करते हैं कि कांवड़ यात्रा के निर्धारित मार्गों पर मांस और शराब की दुकानें अस्थायी रूप से बंद कर दी जाएं, ताकि इसकी पवित्रता बनी रहे और कोई अप्रिय घटना न हो।’