By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 25, 2018
कर्ज के बोझ तले दबे वीडियोकॉन समूह ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का दरवाजा खटखटाया है और कर्जदाताओं द्वारा उसकी सात कंपनियों पर किए दिवालिया मामले की सुनवाई एक साथ करने की गुहार लगाई है। वीडियोकॉन समूह ने दिल्ली स्थित एनसीएलटी की प्रधान पीठ से उसकी कंपनियों के खिलाफ एनसीएलटी मुंबई की तीन भिन्न-भिन्न अदालतों में दायर किए गए सभी दिवालिया मामलों की सुनवाई एक साथ करने का अनुरोध किया है।
न्यायमूर्ति एमएम कुमार की अध्यक्षता वाली एनसीएलटी की प्रधान पीठ ने वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज को समूह की कंपनियों और अदालतों- जहां दिवालिया मामले लंबित हैं- के ब्योरे के साथ हलफनामा दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। पीठ ने वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज द्वारा हलफनामा दाखिल होने के बाद तुरंत मामले को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है। कंपनी के वकील ने कहा, ''सभी मामलों की सुनवाई एक साथ होनी चाहिए क्योंकि यह कंपनियां एक ही संयुक्त समूह का हिस्सा हैं।" उल्लेखनीय है कि दिवालिया एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता के तहत रिजर्व बैंक द्वारा जारी की गई दूसरी 28 कर्ज चूककर्ताओं की सूची में वीडियोकॉन का नाम भी शामिल है।