By एकता | Aug 22, 2025
क्या आप भी हर बार गलत इंसान को डेट कर बैठते हैं? अब इस चक्कर से बाहर निकलने का टाइम आ गया है। रिलेशनशिप में कूदने से पहले डेटिंग एक स्मार्ट स्टेप है। डेटिंग का मतलब ही है कि आप उस इंसान को अच्छे से जानें, समझें और फिर डिसाइड करें कि आगे बढना है या नहीं। इस फेज में जितना हो सके उस शख्स के बारे में सही इंफो जुटाइए। और हां, ये गाइड आपकी मदद करेगी समझने में कि डेटिंग को सही तरीके से कैसे करें और कौन-से रेड फ्लैग्स पर नजर रखनी चाहिए, ताकि दोबारा दिल टूटने की नौबत ही न आए।
रिलेशनशिप थेरेपिस्ट क्लेयर पेरेलमैन के कुछ बढिया टिप्स हैं। उन्होंने कहा कि डेटिंग हमेशा आसान नहीं होती और अगर आपका गोल बस सही इंसान को जानना या नए कनेक्शन्स बनाना है, तो डेट पर जाएं, खुद को ओपनली सामने रखें। ये भी प्रोसेस का हिस्सा है। इस जर्नी में खुद पर ज्यादा प्रेशर मत डालिए, और हां, सबसे जरूरी डेटिंग को एन्जॉय करना सीखिए।
1. वो आपको कैसा एहसास दिलाते हैं?
क्लेयर ने कहा कि झिझक छोडिए और सोचिए, जब आप उनके साथ होते हैं तो आपके दिल में क्या चल रहा होता है? क्या आपको अच्छा लग रहा होता है? क्या उनके सामने आप अपने असली रूप में रह पा रहे हैं? आपका मन शांत है या घबरा रहा है? क्लेयर ने लोगों को समय के साथ इस एहसास को तौलते रहने की सलाह दी।
2. क्या उनकी बातें उनके एक्शन से मिलती हैं?
अपने पोस्ट में क्लेयर ने लोगों से पूछा, 'वो कहते हैं कि बाद में फोन करेंगे, सच में करते हैं क्या? अगर वो कहते हैं कि आप उनके लिए जरूरी हो, तो क्या उनके एक्शन आपको जरूरी महसूस कराते हैं?' उन्होंने लोगों को बातों में न उलझकर सामने वाले व्यक्ति के एक्शन पर ध्यान देने की सलाह दी।
3. क्या आपके भविष्य के सपने और जीने का तरीका मिलता है?
थेरेपिस्ट ने इसे बहुत अहम बात बताते हुए लोगों को अपने और अपनी डेट के लंबे समय के गोल पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर आपके लंबे समय के मकसद और उनका जीने का ढंग अलग है, तो रिश्ता निभाना मुश्किल होगा। जल्दी-जल्दी सही सवाल पूछिए और अपनी सोच साफ बताइए।
4. क्या बातचीत साफ और बराबर हो रही है?
क्लेयर ने कहा कि अगर आप बार-बार उनके संदेशों का मतलब खोजते रहते हैं, समझ नहीं आता वो क्या चाहते हैं, या वो आपकी राय सुनने को तैयार नहीं, तो ये खतरे की घंटी है। रिश्ता उलझन का खेल नहीं होना चाहिए।