By अभिनय आकाश | Nov 12, 2025
"जो कोई भी राक्षसों से लड़ता है, उसे ध्यान रखना चाहिए कि इस प्रक्रिया में वो खुद ही राक्षस न बन जाए। आप अगर लंबे समय तक खाई को घूरेंगे तो खाई भी आपको घूरने लगेगी।" जर्मन दार्शनिक नीत्शे का एक क्योट है। डेढ़ सौ साल पहले कही गई ये बात अब हमारे पड़ोस में साकार हो रही है। आतंक रूपी राक्षसों को पालने वाला पाकिस्तान को ही अब इसका शिकार होना पड़ रहा है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से आई कुछ तस्वीरें ऐसा ही कुछ सोचने पर मजबूर करती हैं। दिल्ली में लाल किले के पास कार ब्लास्ट के अगले ही दिन यानी 11 नवंबर को पाकिस्तान के इस्लामाबाद कोर्ट के बाहर दोपहर करीब 12:30 बजे एक बड़ा धमाका हुआ है। इस धमाके में छह लोगों की मौत और 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बताया जा रहा कि यह धमाका एक कार में हुआ। धमाके के वक्त यह कार कोर्ट परिसर के पार्किंग एरिया में खड़ी थी। इसकी आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी और आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्थानीय पुलिस के अनुसार धमाका उस वक्त हुआ जब कोर्ट क्षेत्र में भारी ट्रैफिक और भीड़ मौजूद। इस ब्लास्ट को पाकिस्तानी मीडिया फिदायिन हमला बता रहा है। पाकिस्तान के हुक्मरान अपने गिरेबान में झांकने की बजाए भारत पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। अफगानिस्तान का भी नाम ले रहे हैं। कह रहे हैं कि ये भारत और अफगानिस्तान की मिली-भगत है।
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की जिला कचहरी के एंट्री गेट पर एक जोरदार धमाका हुआ। पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार ये धमाका इतना बड़ा था कि इसकी आवाज छह किलोमीटर तक सुनाई दी। शुरू-शुर में कहा गया कि कार का गैस सिलेंडर फटा है। उसी वजह से धमाका हुआ। फिर वक्त बीता तो तस्वीर और साफ होने लगी। पाकिस्तानी मीडिया जियो न्यूज़ ने दावा किया कि यह कार ब्लास्ट नहीं बल्कि फिदाईन हमला था। जियो न्यूज़ ने बताया कि अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 30 घायल हैं। इनमें से ज्यादातर लोग या तो वकील थे या फिर याचिका लगाने आए थे। घटना स्थल पर सुरक्षा बल और फॉरेंसिक टीम को तैनात किया गया जो धमाके के कारण और संभावित लापरवाही या किसी अन्य कारक की छानबीन कर रही हैं। घटना के बाद कोर्ट परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।
दावा किया है कि सुसाइड बॉम्बर कोर्ट हाउस में घुसने की कोशिश कर रहा था। 12 मिनट तक वो कोर्ट के मेन गेट के बाहर मौके की तलाश में था। लेकिन उसे मौका नहीं मिला तो उसने बाहर ही पुलिस के गाड़ी के पास बम का ट्रिगर दबा दिया। नखवी ने यह भी कहा कि हम छानबीन कर रहे हैं क्योंकि यह आम हमला नहीं है। हमारी राजधानी को निशाना बनाया गया है। हालांकि पाकिस्तान में इस तरह के हमले आम बात है लेकिन पाकिस्तान के इस्लामाबाद कोर्ट में यह कार धमाका उस वक्त पर हुआ जब एक दिन पहले भारत की राजधानी दिल्ली में इसी तरह का धमाका देखने को मिला। जिस आतंकी उमर ने दिल्ली में इस बम धमाके को अंजाम दिया। उसके बैकग्राउंड को जब खंगाला गया तो उसका भी कनेक्शन फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से ही निकला। जिसके कुछ आतंकियों के तार पाकिस्तानी आतंकी नेटवर्क से मिलेगी। लेकिन जांच जारी है और कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
शहबाज शरीफ ने इस वारदात में भारतीय समर्थन से सक्रिय समूहों के शामिल होने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बेतुके आरोप लगाए कि यह हमला खारिज और फितना अल हिंदुस्तान ने करवाया है जिसे भारत का समर्थन हासिल है। भारत के इशारे पर अफगानिस्तान से आए खारिज ने वाना में बच्चों पर भी हमला किया। दुनिया को भारत की इन साजिशों की निंदा करनी चाहिए। दोनों हमले भारत की तरफ से फैलाए जा रहे आतंकवाद की मिसाल हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। भारत की तरफ से भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम, पाकिस्तान के बेसुध नेतृत्व के आधारहीन आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं। पाकिस्तान को अपना दामन देखना चाहिए। जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान का ये जाना पहचाना रवैया है, जिसके जरिए वो अपने देश में सेना से प्रेरित संविधान के साथ खिलवाड़ और सत्ता हथियाने की कवायद से जनता का ध्यान हटाना चाहती है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस सच्चाई से अवगत है और पाकिस्तान की भटकाने वाली कोशिशों से भ्रमित नहीं होगा।
पाकिस्तान के गृह मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान को अपनी धरती से आतंकवाद को रोकना चाहिए, 'अन्यथा हमें उनके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। आने वाले घंटों में चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। इसके कई संदेश है... इस समय कुछ नहीं कहना चाहता, जैसा कि अक्सर भारतीय करते हैं। पूरे सबूत के साथ आएंगे।'
पाकिस्तान के लिए चिंता का सबब इसलिए भी है क्योंकि यह हमला तब हुआ जब इस्लामाबाद में दो बड़े इंटरनेशनल इवेंट्स हो रहे थे। पहला इंटर पार्लियामेंट्री स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस यानी कि आईएससी। इस बार के इवेंट के लिए सऊदी अरब, मलेशिया, अल्जीर, तजाकिस्तान, मालदीव जैसे करीब 40 देशों के डेलीगेशन इस्लामाबाद में मौजूद हैं। दूसरा इवेंट है मार्गला डायलॉग। यह पाकिस्तान में होने वाला एक हाई लेवल इंटरनेशनल फोरम है। इसे पाकिस्तान की थिंक टैंक संस्था इस्लामाबाद पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट यानी कि आईपीआरआई आयोजित करती है। इसमें दुनिया भर से विदेश नीति के एक्सपर्ट्स, डिप्लोमेट्स, थिंक टैंक के सदस्य और पत्रकार शामिल हुए हैं। इसके अलावा रावलपिंडी में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच ओडीआई मैच भी जारी है।
दिल्ली ब्लास्ट की भारत में जांच चल रही है। आतंकी हमले की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुद दिल्ली ब्लास्ट को पाकिस्तान के साथ जोड़ते दिख रहे हैं। ख्वाजा आसिफ एक पाकिस्तानी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि उन्हें हैरानी नहीं होगी कि अगले कुछ घंटों में भारत पाकिस्तान पर दिल्ली ब्लास्ट का आरोप लगा दे। इसके साथ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की उनके साथ युद्ध लड़ने में कोई रुचि नहीं है। ना ही भारत के साथ और ना ही अफगानिस्तान के साथ। क्योंकि हम अपने मुल्क को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने की प्रोसेस से गुजर रहे हैं। इतना बोलने के तुरंत बाद ख्वाजा आसिफ भारत और पाकिस्तान को धमकी देने से भी बाज नहीं आए। बोले कि अगर हमारे खिलाफ कोई एक्शन हुआ, तो हम उसका जवाब जरूर देंगे। वार नहीं खाली जाने देंगे।