By अभिनय आकाश | Jan 22, 2025
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। गौरतलब है कि इस बार फोकस मध्यमवर्गीय परिवारों पर है. मध्यम वर्ग के लिए चुनावी घोषणापत्र में एपीपी ने 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त इलाज का वादा किया था। कुछ लोग उनके वोट बैंक हैं। इनमें एक वर्ग ऐसा भी है जिसे कुचल दिया गया है। 75 साल में एक के बाद एक पार्टी सत्ता में आई। हर सरकार ने मध्यम वर्ग का दमन किया है। यह मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं करता लेकिन यह कर हथियार चलाता है। मध्यम वर्ग सरकार का एटीएम बन गया है।
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता में कहा कि दिल्ली में भाजपा ऐतिहासिक हार की ओर बढ़ रही है इसी कारण उसके कार्यकर्ता गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मध्यम वर्ग को देश की असली महाशक्ति बताया और केंद्र से अगला बजट मध्यम वर्ग के लिए समर्पित करने की मांग की।
केजरीवाल ने केंद्र से की सात मांगें
शिक्षा बजट को 2% से बढ़ाकर 10% किया जाना चाहिए। इसमें प्राइवेट स्कूलों को भी शामिल किया जाए।
केंद्र को उच्च शिक्षा के लिए सब्सिडी और छात्रवृत्ति देनी चाहिए।
स्वास्थ्य बजट को भी घटाकर 10% किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य बीमा से टैक्स हटाया जाए
आयकर छूट की सीमा 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये की जाए
जरूरी चीजों पर जीएसटी खत्म किया जाए
वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक मजबूत सेवानिवृत्ति योजना बनाई जानी चाहिए और पूरे देश में मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जानी चाहिए
रेलवे में वरिष्ठ नागरिक छूट की पुनः शुरूआत।
बिजली आपूर्ति के बारे में उन्होंने कहा कि आज दिल्ली को 24 घंटे बिजली मिलती है। 10 साल पहले, छह घंटे बिजली कटौती होती थी। भाजपा 20 राज्यों में सत्ता में है, फिर भी उनमें से कहीं भी 24 घंटे बिजली नहीं मिलती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, यदि आप गलत बटन दबाते हैं, तो दिल्ली में छह घंटे की बिजली कटौती फिर से शुरू हो जाएगी। जैसे ही आप कमल का बटन दबाएंगे, आपके घर पहुंचने से पहले ही बिजली चली जाएगी। जन कल्याण पर उनकी सरकार द्वारा जोर दिये जाने की ओर ध्यान दिलाते हुए आप प्रमुख ने कहा कि अगर भगवान मुझसे पूछे कि मैंने धरती पर क्या किया तो मैं कहूंगा कि मैंने गरीबों को शिक्षा प्रदान की।