By अंकित सिंह | Feb 03, 2025
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार (1 फरवरी) को मोदी 3.0 सरकार का पहला पूर्ण केंद्रीय बजट पेश किया, जो उनका रिकॉर्ड आठवां बजट है। हालाँकि, रेलवे क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई। बजट दस्तावेजों के अनुसार, सरकार FY26 के लिए लगभग 2.52 लाख करोड़ रुपये का बजटीय समर्थन प्रदान करेगी, जो FY25 के लिए संशोधित आवंटन के अनुरूप है। यह फंडिंग सुरक्षा सुनिश्चित करने पर निरंतर ध्यान देने के साथ ट्रैक विस्तार, रोलिंग स्टॉक खरीद, विद्युतीकरण, सिग्नलिंग सुधार और स्टेशन आधुनिकीकरण सहित आवश्यक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए निर्देशित की जाएगी।
रेलवे विस्तार के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होती है, जिसमें नए ट्रैक स्थापना, गेज परिवर्तन, विद्युतीकरण और रोलिंग स्टॉक सुधार शामिल हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज कहा कि पीएम ने पश्चिम बंगाल में रेलवे सुविधाओं के आधुनिकीकरण और विस्तार का बड़ा मिशन हाथ में लिया है। इसके लिए 13,955 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। बंगाल में रेलवे पर 68,000 करोड़ रुपये का भारी निवेश है। इन संसाधनों का उपयोग करने के लिए, मैं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वह भूमि अधिग्रहण और लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कानून व्यवस्था के संबंध में भी हमारी मदद करें।
मंत्री ने कहा कि रेलवे के विकास के लिए भूमि अधिग्रहण बेहद जरूरी है। पश्चिम बंगाल में 101 रेलवे स्टेशनों को 'अमृत' स्टेशनों के रूप में फिर से विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल पश्चिम बंगाल में 9 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। पहली अमृत भारत ट्रेन पिछले साल मालदा से शुरू हुई थी। अब इस साल के बजट में 100 नई अमृत भारत ट्रेनों को मंजूरी दी गई है। पश्चिम बंगाल में भी शुरू होंगी नमो भारत ट्रेनें। पिछले 10 साल में पश्चिम बंगाल में 1290 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बिछाए गए।
वैष्णव ने वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश होने के बाद रेल भवन में संवाददाताओं से बातचीत में रेलवे के लिए आवंटित परियोजनाओं एवं भावी परिव्यय की जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘बजट में 4.6 लाख करोड़ रुपये की नई परियोजनाएं शामिल की गई हैं, जो चार से पांच साल में पूरी हो जाएंगी। ये नई रेल लाइन बिछाने, मौजूदा रेल लाइन का दोहरीकरण करने, नए निर्माण, स्टेशनों के पुनर्विकास और फ्लाईओवर एवं अंडरपास जैसे कार्यों से संबंधित हैं।’’ उन्होंने कहा कि रेल यात्रा की बढ़ती मांग को देखते हुए अगले दो-तीन वर्षों में 100 अमृत भारत, 50 नमो भारत और 200 वंदे भारत ट्रेनें बनाई जाएंगी। रेल मंत्री ने कहा, ‘‘नई अमृत भारत ट्रेनों के साथ हम कम दूरी वाले कई अन्य शहरों को भी जोड़ने का काम करेंगे।’’
ट्रेनों के भीतर सामान्य श्रेणी वाले डिब्बों की किल्लत के बारे में पूछे जाने पर वैष्णव ने कहा कि आने वाले वर्षों में इस तरह के 17,500 डिब्बों के निर्माण को मंजूरी दी गई है। वैष्णव ने कहा, ‘‘साधारण डिब्बों का निर्माण पहले से ही चल रहा है और 31 मार्च के अंत तक 1,400 ऐसे डिब्बे बनकर तैयार हो जाएंगे। अगले वित्त वर्ष में हमारा लक्ष्य 2,000 साधारण डिब्बे बनाना है। इसके साथ 1,000 नए फ्लाईओवर के निर्माण को भी मंजूरी दी गई है।’’ उन्होंने कहा कि रेलवे 31 मार्च, 2025 तक माल ढुलाई क्षमता से संबंधित एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम 31 मार्च तक 1.6 अरब टन माल ढोने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे और भारतीय रेल दुनिया में माल ढुलाई के मामले में चीन के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगी।’’