जब हम हारे तो हमारी खूबियां जनता को याद आईः उमा भारती

By दिनेश शुक्ल | Oct 28, 2020

भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि जब 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ज्यादा सीट जीतकर निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार बनाई तो जनता को लगा था कि उनका कुछ भला होगा, लेकिन 15 माह तक कुछ नहीं मिला। जनता परेशान रही, त्रस्त रही तो उन्हें भारतीय जनता पार्टी की सरकार की खूबियां याद आईं। मध्यप्रदेश में 2003 से पहले भी मिस्टर बंटाढार का राज था। उस समय भी जनता त्रस्त थीं, परेशान थीं, लेकिन 2003 में हमने सरकार बनाई। मुझे कुछ समय बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटना पड़ा, लेकिन जिस तपस्या से मैंने सरकार बनाई थी उसी तपस्या के साथ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार को चलाया है। सुश्री उमा भारती ने कहा कि अब मध्यप्रदेश में 15-20 साल तक भाजपा की सरकार रहेगी और यही स्थिति केंद्र में भी रहेगी। वहां भी हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले 15-20 साल तक प्रधानमंत्री रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने सरकार चलाई और विकास कार्यों को किया वह कोई नहीं कर सकता था। यही विकास की सोच आज मध्यप्रदेश को अलग पहचान दिलाए हुए हैं।

 

इसे भी पढ़ें: भाजपा ने चुनाव आयोग में की दिग्विजय सिंह और आचार्य प्रमोद कृष्णन की शिकायत

सुश्री उमा भारती ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है। जनता चाहे तो अर्श पर पहुंचा दे और जनता चाहे तो फर्श पर लाकर खड़ा कर देती है। उन्होंने कहा कि जब 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो उनके नेताओं को ही विश्वास नहीं हुआ कि वे मुख्यमंत्री बन गए हैं, क्योंकि प्रदेश में हल्ला यही था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही होंगे, लेकिन दुर्भाग्य से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई। हालांकि चुनाव में वोट प्रतिशत भाजपा का ज्यादा था, लेकिन हमारी कुछ सीटें कम रह गईं। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार बनी तो कमलनाथ को मुख्यमंत्री बना दिया गया। चुनाव से पहले उन्होंने जनता को वचन तो इतने दे दिए कि बाद वे उनके लिए मुसीबत बन गए, क्योंकि कांग्रेस को उम्मीद तो थी नहीं कि उनकी सरकार बनेगी, इसलिए हर व्यक्ति से वादे पर वादे कर लिए और जब पूरा करने की बारी आई तो अपने वादों से ही मुकर गए। सुश्री उमाभारती ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री-विधायकों का जनता के बीच जाना ही मुश्किल हो गया था। वे जनता के बीच जाते थे तो उनके पास जबाव ही नहीं होता था। विधायकों को जनता घेर लेती है तो वे क्या करें, क्योंकि कमलनाथ ने उनके क्षेत्रों में कुछ कराया ही नहीं। उन्होंने कहा कि इसीलिए कांग्रेस के मंत्री-विधायकों ने कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया, ताकि वे जनता के सामने जाने लायक स्थिति में रहें।

प्रमुख खबरें

550 अरब रुपये का बकाया, पाई पाई वसूलने की शुरू हुई कार्रवाई, जिनपिंग ने शहबाज को दिया अल्टीमेटम

मुसलमानों के लिए बरकरार रखेंगे 4% आरक्षण, Andhra Pradesh में BJP की सहयोगी TDP का बड़ा ऐलान

Jammu Kashmir: आतंकवादी संगठन से जुड़ने जा रहा था युवक, पुलिस ने मौके पर ही धड़ दोबाचा

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज