पश्चिमी यूपी में किस पार्टी की बढ़त है? जानिए क्या है ग्राउंड रिपोर्ट

By अंकित सिंह | Jan 31, 2022

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने चरम पर है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सभी दल लगातार मतदाताओं के बीच पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के दिग्गज नेता भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। वही अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए लगातार भाजपा को प्रश्न उत्तर प्रदेश में कड़ी चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं। इन सब के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिड़ी सियासी जंग पर हमने चाय पर समीक्षा कार्यक्रम किया। प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। नीरज कुमार दुबे ने इस बात को स्वीकार किया कि इस बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। उन्होंने यह भी कहा कि 2017 के मुकाबले भाजपा इस बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एकतरफा बढ़त हासिल करने तो नहीं जा रही, लेकिन जितने नुकसान का अनुमान जताया जा रहा है वैसा भी नहीं होने वाला है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और जयंत चौधरी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा लगातार सपा-आरएलडी गठबंधन को चुनौती देने में जुटी हुई है और उसके दिग्गज नेता लगातार अखिलेश यादव पर हमलावर है।

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के चुनाव प्रचार को लेकर हमने नीरज दुबे से सवाल किया। नीरज दुबे ने कहा कि भाजपा पूरी तरीके से दमखम के साथ चुनाव प्रचार में उतर चुकी है। उसके बड़े-बड़े नेता गली मोहल्ले तक जा रहे हैं। इसी से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा किसी चुनाव को लेकर कितनी गंभीर रहती है। इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश के बारे में कहा कि अब तक सपा-आरएलडी के नेता सिर्फ और सिर्फ मीडिया के जरिए ही मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। एक ओर जहां भाजपा के नेता गली मोहल्ले में डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे हैं तो वही अखिलेश यादव और जयंत चौधरी पहले लखनऊ से और अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस बार लड़ाई में बसपा भी कम नहीं है। बसपा के अपने साइलेंट वोटर हैं। कांग्रेस को लेकर उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वह जमीनी स्तर से कुछ दूर जरूर दिखाई दे रही है। हालांकि शहरी सीटों में कुछ मतदाता जरूर पार्टी के पक्ष में है। 


पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुद्दों को लेकर हमने नीरज दुबे से सवाल किया। नीरज दुबे इन दिनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में जाकर चुनावी प्रचार को कवर कर रहे हैं। नीरज दुबे ने कहा कि जो मीडिया में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुद्दे को दिखाया जा रहा है उससे अलग भी यहां के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग मुद्दे हैं। उन्होंने कहा कि हां, किसानों में नाराजगी है लेकिन सभी किसान नाराज हैं, ऐसा भी नहीं हैं। कानून व्यवस्था के मामले में योगी सरकार से हर कोई खुश दिखाई दे रहा है। स्थानीय नेताओं और विधायकों से लोगों में नाराजगी जरूर दिखाई दे रही है। केंद्र सरकार की योजनाओं से लोगों को लाभ पहुंचा है। लोगों में अगर सरकार के प्रति नाराजगी है अभी तो ऐसी नहीं है कि वह सरकार बदलने के बारे में सोच रहे हैं। कुल मिलाकर देखें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रण में फिलहाल सभी दल अपने-अपने सियासी दांव आजमाने की कोशिश कर रहे हैं। सभी की निगाहें जनता पर है कि आखिर लखनऊ की सत्ता किसे सौंपी जाती है। 


नीरज दुबे ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में पहले दो चरणों में मतदान पश्चिमी क्षेत्र में होना है। इस क्षेत्र में मुख्य मुकाबला भाजपा और समाजवादी पार्टी तथा रालोद गठबंधन के बीच माना जा रहा था लेकिन हकीकत ऐसी नहीं है। कई सीटों पर भाजपा और बसपा के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है तो कई सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवार यहाँ संघर्ष करते ही नजर आ रहे हैं। फिलहाल तो सभी पार्टियां जीतने का दम भर रही हैं लेकिन देखना होगा कि परिणाम क्या रहते हैं।

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योगी आदित्यनाथ ने सपा की टोपी के रंग को लेकर साधा निशाना

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सपा की ‘लाल टोपी’ मुजफ्फरनगर दंगों के पीड़ितों और अयोध्या में मारे गए राम भक्तों के खून से सनी हुई है। योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की लाल टोपी मुजफ्फरनगर दंगों के पीड़ितों और अयोध्या में राम भक्तों के खून से रंगी हुई है। सपा कार्यकर्ता लाल टोपी पहनते हैं और भाजपा इसके रंग को लेकर सपा पर निशाना साधती रही है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक रैली में इसे ‘रेड अलर्ट’ करार दिया था। योगी ने कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार ने आम आदमी की रक्षा और सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए काम किया, साथ ही यह सुनिश्चित करने का भी प्रयास किया कि अपराधी डर महसूस करें। पिछली सपा सरकार पर राज्य के गरीब लोगों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने (सपा) केवल अपने करीबियों के लिए काम किया जो इत्र के कारोबार में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वे इनकार कर सकते हैं लेकिन सच सच ही रहता है। 


विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएंगे लोग: अखिलेश, जयंत

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कहती है कि उसकी सरकार देश के 80 करोड़ गरीब लोगों को रियायती राशन उपलब्ध करा रही है और यह भारत की बढ़ती गरीबी की उनकी स्वीकृति है, जैसी कि दुनिया भर के सर्वेक्षणों से पुष्टि होती है। यादव अपनी पार्टी के गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रमुख जयंत चौधरी के साथ पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में गाजियाबाद के दौरे पर थे। अब निरस्त हो चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर के किसान विरोध प्रदर्शन को याद करते हुए, यादव ने कहा कि किसान एक साल से अधिक समय तक दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर डेरा डाले रहे, लेकिन सरकार ने उनके साथ सहानुभूति रखने के बजाय, उन्हें दिल्ली की ओर बढ़ने से रोकने के लिए सड़कों पर बैरिकेड, कंटीले तार लगाये और सड़कों पर कील ठोंकी। यादव ने कहा कि मार्च 2020 में देश में अचानक हुए कोविड लॉकडाउन के बीच जब हजारों प्रवासी कामगारों ने पैदल घर लौटना शुरू किया तो योगी आदित्यनाथ सरकार ने उनकी दुर्दशा पर आंखें मूंद लीं और उन्हें उनके भरोसेछोड़ दिया, जिससे 80 से अधिक प्रवासी कामगारों की घर वापस लौटते हुए मौत हो गई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के दौरान किसानों, व्यापारियों, युवाओं और आम लोगों सहित उत्तर प्रदेश के लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा और वे विधानसभा चुनाव में अपनी समस्याओं का बदला लेने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। 


सपा सरकार में ही आखिर क्‍यों होते हैं दंगे: राजनाथ

रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने राज्‍य की मुख्‍य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए सवाल उठाया कि आखिर उत्तर प्रदेश में सपा के शासनकाल में ही दंगे क्यों होते हैं। रक्षा मंत्री ने रविवार को कासगंज और फर्रुखाबाद में आयोजित चुनाव प्रचार कार्यक्रमों सपा को मुख्य रूप से कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा। उन्होंने कहा, मैं जानना चाहता हूं कि दंगे हमेशा सपा सरकार में ही क्यों होते हैं, गुंडे, बदमाश खुलेआम क्‍यों घूमते फिरते रहते हैं। भाजपा की पांच साल की सरकार में एक भी दंगा नहीं हुआ। सिंह ने जनता को आगाह करते हुए कहा सभी की जिम्मेदारी है कि देश का माहौल खराब न हो। आपको मतदान से सरकार नहीं बनानी है बल्कि प्रदेश की तकदीर लिखनी है। रक्षा मंत्री ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि जब कानून व्यवस्था अच्छी होती है तो विकास भी तेजी से होता है।


- अंकित सिंह

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