By अभिनय आकाश | Dec 31, 2025
पुलवामा अटैक के बाद भारत ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में जबा टॉप पर जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमले किये। 27 फरवरी को पाकिस्तान एयर फोर्स ने इसका जवाब देने की कोशिश की। तब एफ 16 को एक मिग 21 से गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान 60 घंटे पाकिस्तान की कस्टडी में रहकर सकुशल देश लौटे और उन्हें वीर चक्र दिया गया। लेकिन ठीक उसी वक्त पाकिस्तान में घटित घटनाक्रम का जिक्र शहबाज शरीफ के करीबी ने कर पाकिस्तान के कांपती टांगों की कहानी खोल कर रख दी थी। पीएमएल-एन के सांसद सादिक ने बताया कि उस बैठक में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि खुदा के वास्ते भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन को जाने दें। अगर अभिनंदन की रात नौ बजे तक रिहाई नहीं हुई तो भारत हमला कर देगा। वैसे तो इस घटना के छह साल गुजर चुके हैं। लेकिन अभी इसी नेता के सामने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आए। जिसके बाद इसकी चर्चा हर ओर हो रही है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ढाका आए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा के अध्यक्ष अयाज़ सादिक से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरें बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने साझा कीं। तस्वीर के कैप्शन में लिखा था, पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा के अध्यक्ष सरदार अयाज़ सादिक ने बुधवार को ढाका में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के अंतिम संस्कार से पहले भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से अभिवादन का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्री बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वे अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आज ढाका पहुंचे। विदेश मंत्रालय ने उनके दौरे से पहले एक संक्षिप्त बयान में कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश राष्ट्रवादी पार्टी की अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में भारत सरकार और जनता का प्रतिनिधित्व करेंगे। वे तदनुसार 31 दिसंबर 2025 को ढाका का दौरा करेंगे। सरदार अयाज सादिक को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के करीबी नेताओं में गिना जाता है। यही कारण है कि शहबाज शरीफ ने उन्हें संसद के स्पीकर की कुर्सी पर बैठाया है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया का मंगलवार सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 80 वर्ष की थीं। बांग्लादेश राष्ट्रवादी पार्टी (बीएनपी) ने पुष्टि की कि ढाका के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान सुबह 6 बजे उनका निधन हो गया। जिया को 23 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और हृदय और फेफड़ों में संक्रमण के कारण 36 दिनों तक उनका इलाज चला। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री कई वर्षों से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं, जिनमें लिवर सिरोसिस, गठिया, मधुमेह और गुर्दे, फेफड़े, हृदय और आंखों से संबंधित जटिलताएं शामिल थीं।