By अंकित सिंह | Aug 23, 2025
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा प्रहार करते हुए केंद्र सरकार पर राज्य प्रशासन के लिए परेशानी पैदा करने और धन का उचित हिस्सा आवंटित करने से इनकार करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु की राजनीति सामाजिक न्याय की राजनीति है और अन्य भारतीय राज्यों की तुलना में, तमिलनाडु कई क्षेत्रों में सबसे आगे है। कलाइवनार आरंगम में संघ-राज्य संबंधों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे तमिलनाडु में संघ-राज्य संबंधों पर पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु केंद्र सरकार को जीएसटी राजस्व का सबसे बड़ा योगदान देने वाले राज्यों में से एक है। फिर भी, केंद्र सरकार संकीर्ण राजनीतिक उद्देश्यों से तमिलनाडु को धन का उचित हिस्सा आवंटित करने से इनकार कर रही है। स्टालिन ने ज़ोर देकर कहा कि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, पंजाब और केरल ऐसे राज्य नहीं हैं जहाँ भाजपा का शासन है और केंद्र सरकार ने उन्हें समस्याएँ और परेशानियाँ दी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दशक से भी ज़्यादा समय से तमिलनाडु आरक्षण नीति को लागू कर रहा है और कई प्रगतिशील कानून व योजनाएँ लागू कर रहा है। इसकी नींव द्रविड़ आंदोलन ने रखी थी। स्टालिन ने आगे कहा कि कड़ी वित्तीय पाबंदियों के बावजूद, तमिलनाडु ने 2024-25 में 11.19% की दोहरे अंकों की विकास दर हासिल की है, जो 14 वर्षों में सबसे अधिक है। केंद्र सरकार द्वारा हिंदी थोपे जाने के खिलाफ तमिलनाडु के विरोध के बाद, भारत के विभिन्न राज्यों में इसी तरह के हिंदी विरोधी आंदोलन हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि संघवाद के भीतर राज्य की स्वायत्तता का सिद्धांत ही भारत की एकता और विविधता दोनों को मजबूत करता है। आत्मनिर्भर राज्यों के प्रयासों से ही एक अखंड भारत वास्तव में मजबूत बन सकता है। स्टालिन ने कहा कि द्रविड़ नेताओं ने समानता, सामाजिक न्याय और महिला अधिकार जैसे महान सिद्धांतों के लिए अथक प्रयास किया। अन्ना और कलैगनार दोनों ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू किया जिससे जीवन के हर क्षेत्र में लोगों का उत्थान हुआ।