By अभिनय आकाश | Oct 03, 2025
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसे वैश्विक मानचित्र पर बने रहना है, तो उसे भारत में आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद करना होगा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारतीय सशस्त्र बल ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाए गए संयम को अब और नहीं दिखाएंगे, जिससे इस बार ज़्यादा निर्णायक और सशक्त प्रतिक्रिया का संकेत मिलता है। इस बार हम ऑपरेशन सिंदूर 1.0 जैसा संयम नहीं रखेंगे। इस बार हम कुछ ऐसा करेंगे कि पाकिस्तान को सोचना पड़ेगा कि वो भूगोल में रहना चाहता है या नहीं। अगर पाकिस्तान भूगोल में रहना चाहता है, तो उसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद रोकना होगा।
जनरल द्विवेदी ने सैनिकों की सैन्य तैयारियों का आकलन करने के लिए बीकानेर सैन्य स्टेशन सहित अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया। अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, पूर्व सैनिकों, गणमान्य नागरिकों और सैनिकों से मुलाकात की। उन्होंने सेना के आधुनिकीकरण, युद्ध तैयारियों में सुधार, तकनीकी क्षमताओं को उन्नत करने और सैन्य उत्कृष्टता बनाए रखने की प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया। सेना प्रमुख ने राष्ट्र निर्माण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पूर्व सैनिकों लेफ्टिनेंट कर्नल हेम सिंह शेखावत (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट कर्नल बीरबल बिश्नोई (सेवानिवृत्त), रिसालदार भंवर सिंह (सेवानिवृत्त) और हवलदार नखत सिंह (सेवानिवृत्त) को भी सम्मानित किया।
वायुसेना दिवस से पहले, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए इसे दुनिया के लिए एक मिसाल बताया। प्रेस वार्ता के दौरान, उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारतीय वायुसेना ने अपनी लड़ाकू क्षमता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने के उद्देश्य से 2047 का रोडमैप तैयार किया है। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बोलते हुए, उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह तीनों सशस्त्र सेनाओं के बीच प्रभावी समन्वय का प्रदर्शन करता है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने इतिहास रच दिया है क्योंकि भारतीय सेना ने लगभग 300 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्यों पर सफलतापूर्वक प्रहार किया। उन्नत 'सुदर्शन चक्र' प्रणाली पर भी काम चल रहा है।