By राजीव शर्मा | Jul 15, 2021
मेरठ। भाकियू के पूर्व जिला महासचिव राजकुमार करनावल के छोटे भाई सुधीर करनावल के रिसेप्शन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानून वापस होने तक धरना जारी रहेगा और आने वाले 22 जुलाई से संसद के बाहर रोजाना 200 किसान धरने पर बैठकर प्रदर्शन करेंगे व डेढ़ महीने बाद मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत में आगे की रणनीति बनाकर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
इस दौरान भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि आगामी 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में महापंचायत आयोजित होगी। जिसमें उप्र के अलावा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के किसान शामिल होंगे। जहां आंदोलन को तेज करने की रणनीति तय की जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि बीते 8 माह से किसान आंदोलनरत हैं। लेकिन सरकार किसानों की सुनने को तैयार नहीं हैं। सरकार को जगाने के लिए आगामी 22 जुलाई से संसद के बाहर दो सौ किसानों का एक जत्था बारी बारी से धरने पर बैठेगा।
उन्होंने कहा कि किसान जो भी फसल बोता है उसमें बर्बाद हो जाता है। फसल की लागत बढ़ रही है और न्यूनतम मूल्य सरकार बहुत कम घोषित करती है। इस दौरान उन्होंने उप्र में महंगी बिजली पर लंबी लड़ाई लड़ने की बात कही है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में ही बिजली के दाम सबसे ज्यादा है और किसानों को बहुत अधिक बिजली का बिल अदा करना पड़ रहा है। जबकि पर्याप्त समय बिजली उपलब्ध भी नहीं रह पाती है।
इस दौरान राजबीर सिंह, ओमप्रकाश, नरेंद्र सिंह, यशवीर सिंह, जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी, तहसील अध्यक्ष असपाक प्रधान, रविद्र, गजेंद्र, प्रयागराज जिलाध्यक्ष अमित, कुंवरपाल, ओमप्रकाश व शगुन चौधरी आदि मौजूद रहे।