By टीम प्रभासाक्षी | Mar 06, 2022
कोरोना वायरस बीते 2 वर्षों के दौरान काफी विकसित हुआ है। पहले अल्फा, बीटा, डेल्टा और ओमिक्रान दुनिया भर में तबाही का कारण बना और अब ओमिक्रोन का सब वेरिएंट बीए.2(B.A.2) को लेकर दुनिया भर में चिंता है। बीते कुछ वक्त से कोरोना वायरस के मामलों में बेशक कमी देखी जा रही हो लेकिन खतरा अभी पूरी तरह कम नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि कोविड एक बार फिर घातक रूप अख्तियार करके लौट सकता है और यह चौथी लहर का सबब बन सकता है।
ओमिक्रॉन का सब वौरिएंट बीए.2(B.A.2) को ज्यादा तेजी से फैलने वाला रूप माना जा रहा है और कई देश पहले इसकी गिरफ्त में आ चुके हैं। जापान में एक लैब में हुई स्टडी में पाया गया कि ये अपने मूल रूप ओमिक्रॉन यानी बीए.1 (B.A.1) की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है और इससे अधिक और गंभीर बीमारी हो सकती है।
इस नए सब वैरीअंट का इंसान पर जिस तरह से प्रभाव पड़ता है या आगे चलकर इस से क्या नुकसान हो सकता है। इस बात को वैज्ञानिक अभी सही तरह से नहीं समझ पाए हैं। वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने इससे जुड़े कुछ सामान्य लक्षणों की सूची बनाई है। चलिए जानते हैं इनके बारे में।
थकान होना और चक्कर आना
कोविड की गिरफ्त में आने वाले लोगों में सिर दर्द, गले में खराश, छींक आना, नाक बहना और शरीर में दर्द होना सबसे अधिक प्रचलित लक्षण हैं। KREM 2 न्यूज़ के एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन ने ओमिक्रोन बीए.2 सब वेरिएंट की दो और लक्षण पाए गए हैं, जो हैं चक्कर आना और थकान होना।
ओमिक्रॉन के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलता है
शोधकर्ताओं का मानना है कि ओमिक्रॉन का यह सब वौरिएंट मूल ओमिक्रॉन की तुलना में 30% ज्यादा तेजी से और आसानी से फैलता है। जाहिर है जापानी लैब में हुई स्टडी में इस बात का भी जिक्र किया गया है। ऐसे में इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि यह कोरोना की चौथी लहराने की वजह बन सकता है।
इसे पकड़ पाना मुश्किल
प्रारंभिक रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि बीए.2 (B.A.2) सब वैरीअंट को मूल ओमिक्रॉन वौरिएंट की तुलना में ट्रैक कर पाना मुश्किल है। ब्रिटेन की हेल्थ एजेंसी UKHSA के मुताबिक, नए सब वौरिएंट में म्यूटेशन का अभाव है, जो कोविड का पता लगाने के लिए जरूरी है। हालांकि, जीनोम की सहायता से सब वैरीअंट का पता लगाया जा सकता है। लेकिन इसके नतीजे आने में देरी हो सकती है।
क्या यह कोरोना वायरस की लहर की वजह बनेगा
फिलहाल तो कोरोना वायरस के मामलों में कमी देखी जा रही है और इसके जो भी रूप सामने आए थे उनके भी मामले कम मिल रहे हैं। इस समय में बीए.2 (B.A.2) और इसमें तेजी से फैलने की क्षमता भी है। ऐसे में यह आशंका है कि यह कोरोना वायरस की चौथी लहर आने की वजह बन सकता है।