By अंकित सिंह | Jun 06, 2025
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच राजनीतिक सुलह की चर्चा के बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता अमित ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन प्रेस ब्रीफिंग से नहीं बनते, इसके लिए वास्तविक बातचीत की आवश्यकता होती है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ने कहा कि दोनों भाइयों को बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे इस बारे में बोलने से कुछ नहीं बदलेगा। उन दोनों के पास एक-दूसरे के नंबर हैं। अगर वास्तव में दिलचस्पी है, तो कॉल करें।
यह टिप्पणी शिवसेना (यूबीटी) और मनसे दोनों की ओर से गठबंधन की संभावना के बढ़ते संकेतों के बाद आई है, जो राज द्वारा 2006 में मूल शिवसेना से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने के लगभग 20 साल बाद गठबंधन की संभावना का संकेत दे रहे थे। इसी को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि राज ठाकरे मनसे के प्रमुख हैं और उद्धव ठाकरे शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख हैं। वे जो भी निर्णय लेंगे, वह उनका विशेषाधिकार है। इस पर आप और मेरे बीच चर्चा का क्या मतलब है?
राज ठाकरे ने हाल ही में कहा था कि मराठी मानुष की खातिर फिर से एकजुट होना मुश्किल नहीं होगा। उद्धव ने भी उसी तरह जवाब दिया, उन्होंने कहा कि वह “छोटी-मोटी लड़ाइयों” को दरकिनार करने के लिए तैयार हैं, जब तक कि गठबंधन महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वाली ताकतों को शामिल नहीं करता। 2024 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले अमित ठाकरे ने पिछले प्रयासों को याद किया, खासकर 2014 और 2017 में, जो सफल नहीं हुए। उन्होंने महामारी के दौरान तत्कालीन सीएम उद्धव को राज ठाकरे के समर्थन की भी याद दिलाई।