वरिष्ठ लेखक संतोष उत्सुक की ओर से रचित बाल कविता 'अब सर्दी आयेगी' मौसम में परिवर्तन से पड़ने वाले प्रभावों और उसके चलते बदलती जीवनशैली की ओर इंगित करती है।
अब सर्दी आएगी
बरसात चली गई है अब
सर्दी आ जाएगी धीरे धीरे
रंगीन स्वैटर पहने जाएंगे
टी शर्ट नेकर छिप जाएंगे
शाम सवेरे ठिठुरन बढ़ेगी
दिन में धूप अच्छी लगेगी
जल्दी कोई न उठना चाहेगा
दिन अब छोटा होता जाएगा
कपड़े ज़्यादा पहनने होंगे
कॉफी, सूप भी सब पिएंगे
कोशिश कर हर सवेरे उठना
घर पर ही जॉगिंग कर लेना
व्यायाम जो करते रहोगे
सर्दी में खूब चुस्त रहोगे
-संतोष उत्सुक