By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 29, 2019
लंदन। इंग्लैंड की टीम गुरुवार को जब 2019 विश्व कप के शुरूआती मैच में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी तो यह उसकी पिछले चार वर्षों की योजनाओं की भी परीक्षा होगी। आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए 2015 विश्व कप में टीम का पहले दौर में बाहर होना इंग्लैंड के लिये इतना शर्मनाक रहा कि इसने उन्हें सफेद गेंद के खेल के प्रति उनके रवैये के बारे में सोचने पर बाध्य कर दिया। इसके बाद से बदलाव इतना शानदार रहा कि इयोन मोर्गन की टीम वनडे अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में शीर्ष में पहुंची और दो बार उसने वनडे में नये रिकार्ड के साथ सबसे बड़ा स्कोर भी खड़ा किया जो छह विकेट पर 481 रन है। इंग्लैंड ने सुधार के क्रम में सबसे ज्यादा ध्यान बल्लेबाजी पर दिया जिससे शीर्ष सात में उसके पास जेसन राय, जानी बेयरस्टो, जो रूट और मोर्गन तथा जोस बटलर के रूप में ऐसे खिलाड़ी हैं जो पलक झपकते ही एक पारी का रूख बदल सकते हैं।
इंग्लैंड के लेग स्पिनर आदिल रशीद ने कहा, ‘‘इस टीम का हिस्सा होना अद्भुत अहसास है क्योंकि आपके चारों ओर विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं और प्रतिद्वंद्वी भले ही 370 के करीब स्कोर बना दें लेकिन ड्रेसिंग रूम में सभी आत्मविश्वास से भरे होते हैं कि हम इस लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी के अंदर कोई हिचकिचाहट नहीं है। हम सभी आत्मविश्वास से भरे रहते हैं कि हम ऐसा कर सकते हैं। हम पिछले चार वर्षों में जो कुछ कर रहे हैं, उसी पर अडिग रहेंगे। उम्मीद करते हैं कि यह विश्व कप हमारे लिये अच्छा रहेगा।’’ वहीं दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप में काफी निराशा झेली है लेकिन चार साल तक सेमीफाइनल में हारने से वे इस बार सतर्क होकर मैदान में उतरेंगें
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दक्षिण अफ्रीका के कोच ओटिस गिब्सन मानते हैं कि सारा दबाव टूर्नामेंट के मेजबान देश पर है। उन्होंने कहा, ‘‘मेजबानों के खिलाफ खेलना और वो भी नंबर एक टीम के खिलाफ, टूर्नामेंट की बेहतर शुरूआत होगी क्योंकि इससे हमें पता चल जायेगा कि हम कैसे हैं और हमें आगे क्या करने की जरूरत है।’’ वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज गिब्सन ने कहा, ‘‘लेकिन टूर्नामेंट जीतने के लिये आपको नंबर एक टीम होने की जरूरत नहीं है और कभी कभार आप टूर्नामेंट जीत सकते हो और आप नंबर एक टीम भी नहीं होते।’’ कप्तान फाफ डु प्लेसिस की दक्षिण अफ्रीकी टीम में संन्यास ले चुके स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स मौजूद नहीं है लेकिन शीर्ष क्रम में उनके पास क्विंटन डि कॉक जैसा प्रतिभाशाली धुरंधर मौजूद है। गुरुवार को होने वाले मुकाबले में उनके पास डेल स्टेन भी नहीं होगा क्योंकि वह कंधे की चोट से उबर रहा है लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम हाल के दिनों में उसकी अनुपस्थति की आदी हो गयी हे।