By अनन्या मिश्रा | Apr 30, 2025
जब कभी भी तानाशाही की बात होती है, तो एडोल्फ हिटलर का नाम सबसे पहले सामने आता है। किसी को जर्मन का तानाशाह हीरो नजर आता है, तो किसी को विलेन नजर आता है। वह 20वीं सदी का सबसे क्रूर तानाशाह था। आज ही के दिन यानी की 30 अप्रैल को एडोल्फ हिटलर की मृत्यु हो गई थी। वह साल 1933 में जर्मनी की सत्ता पर काबिज हुआ था। जिसके बाद उसने 6 साल में करीब 60 लाख यहूदियों की हत्या कर दी थी। तो आइए जानते हैं उसकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर एडोल्फ हिटलर के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
आस्ट्रिा के वॉन में 20 अप्रैल 1889 को एडोल्फ हिटलर का जन्म हुआ था। उनके पिता सिविल सेवक थे, तो वहीं हिटलर शुरूआत से पढ़ाई में कमजोर होने की वजह से अपने पिता की तरह सिविल सेवक नहीं बनना चाहते थे। उनकी शुरूआती शिक्षा लिंज नामक स्थान पर हुई। पढ़ाई में कमजोर होने की वजह से और संघर्ष के चलने वह स्कूल से ड्राप आउट हो गए। वहीं 1930 में महज 17 साल की उम्र में हिटलर के सिर से पिता का साया उठ गया। जिसके बाद वह आर्टिस्ट बनने के लिए वियना चले गए।
जर्मन की सत्ता पर काबिज
हालांकि वियना की अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स ने हिटलर को सेलेक्ट नहीं किया, जिसके बाद वह भरण-पोषण के लिए घरों में पेंटिंग का काम करने लगे। यह वही समय था, जब हिटलर के मन में यहूदियों और साम्यवादियों के प्रति घृणा पैदा होने लगी। फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के साल 1933 में समाजवादी जर्मन वर्कर्स पार्टी को सत्ता में लाने के बाद हिटलर ने जर्मन सरकार पर आधिपत्य कर लिया था।
जर्मनी की सत्ता पर काबिज होने के बाद हिटलर ने वहां नस्लवाल साम्राज्य की स्थापना की। हिटलर यहूदियों से सख्त नफरत करता था। हिटलर के मन में यहूदियों के प्रति नफरत का नतीजा नरसंहार के रूप में सामने आया था। वह होलोकास्ट इतिहास का ऐसा नरसंहार था, जिसमें करीब 6 साल में 60 लाख यहूदियों की हत्या कर दी, इनमें 15 लाख सिर्फ बच्चे थे।
मौत का सताता था डर
बताया जाता है कि हिटलर को अपनी मौत का डर सताया करता था। इसलिए वह सीधे तौर पर खाना नहीं खाता था, पहले खाना उसके सेवकों द्वारा चखा जाता था, उसके बाद वह खाना खाता था। एडोल्फ हिटलर को लगता था कि ब्रिटेन उसको मारना चाहता था, जिसकी वजह से वह हर समय चौकन्ना रहता था।
मृत्यु
बताया जाता है कि हिटलर में आत्महत्या करने से कुछ घंटे पहले अपनी प्रेमिका ईवा ब्राउन से शादी की थी। हिटलर शादी के समय जमीन से 50 फीट नीचे बने एक बंकर के कांफ्रेंस रूम में था, जिसमें वह रहा करता था। वह सेकेंड वर्ल्ड वॉर में जर्मनी से बुरी तरह हारने के बाद काफी दुखी था, जिसकी वजह से हिटलर डिप्रेशन में चला गया था। पूरी दुनिया में मौत का तांडव कर चुका हिटलर अपनी हार से इतना दुखी था कि उसने 30 अप्रैल 1945 को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।