जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में दुनिया का सबसे बड़ा Igloo Cafe, बैठ सकते हैं 40 मेहमान

By अंकित सिंह | Feb 10, 2022

जम्मू कश्मीर अपनी खूबसूरत वादियों और नजारों के लिए बेहद ही मशहूर है। यह क्षेत्र हर साल लाखों सैलानियों को अपनी तरफ खींचता है। कश्मीर के मनमोहक दृश्य सभी को प्रफुल्लित कर देते हैं। यही कारण है कि कश्मीर को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। यहां की वादियां, लंबे-लंबे चिनार के पेड़, हरियाली और बर्फ से ढकी चोटियां इसे और भी मनमोहक बना देते हैं। इन दिनों कश्मीर इग्लू कैफे के लिए भी काफी मशहूर हो रहा है। आज हम आपको इसी इग्लू कैफे के बारे में बताने जा रहे हैं। 

 

इसे भी पढ़ें: कश्मीर हमारा है और हमारा ही रहेगा, कुछ इस अंदाज में भारत ने J&K के मुद्दे पर पाक-चीन को दिया जवाब


सबसे पहले तो यह जान लें कि जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में विश्व का सबसे बड़ा इग्लू बनकर तैयार हुआ है। स्थानीय लोगों के साथ-साथ यह सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। सैलानी इग्लू कैफे में जमकर लुफ्त उठा रहे हैं। इस इग्लू कैफे के मालिक हैं सैयद वसीम शाह। वसीम शाह की उम्र 42 वर्ष है। वसीम शाह ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा 'इग्लू कैफे' बताया है जो घाटी में आने वाले हजारों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। 37.5 फीट की ऊंचाई और 44.5 फीट के व्यास के साथ इग्लू काफी खूबसूरत दिखाई दे रहा है। 

 

इसे भी पढ़ें: बर्फीली वादियों में मौनी रॉय ने बिकिनी पहनकर ढाया कहर, कातिलाना अदाओं से लूटे फैंस के दिल


शाह ने कहा कि मैंने कुछ साल पहले स्विट्जरलैंड में इस अवधारणा को देखा था, जहां उनके पास ऐसे होटल हैं, जो सोने की सुविधाओं से भी लैस हैं। मुझे लगा कि गुलमर्ग में बहुत बर्फ है और क्यों न इस अवधारणा को यहां शुरू किया जाए। इसे पूरा करने में 64 दिन लगे और 25 लोगों ने दिन-रात काम किया। शाह ने कहा, परियोजना को पूरा करने में 1,700 मानव-दिवस लगे है। शाह के मुताबिक इस इग्लू में एक साथ 40 लोग भोजन कर सकते हैं। शाह को उम्मीद है कि यह इग्लू 15 मार्च तक टिका रहेगा। 

प्रमुख खबरें

Election Commission ने AAP को चुनाव प्रचार गीत को संशोधित करने को कहा, पार्टी का पलटवार

Jammu Kashmir : अनंतनाग लोकसभा सीट के एनपीपी प्रत्याशी ने अपने प्रचार के लिए पिता से लिये पैसे

Mumbai में बाल तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, चिकित्सक समेत सात आरोपी गिरफ्तार

‘आउटर मणिपुर’ के छह मतदान केंद्रों पर 30 अप्रैल को होगा पुनर्मतदान