दिल्ली से रवाना हुए पहलवान, Vinesh Phogat ने FB Live के दौरान लगाया एनकाउंटर करने का आरोप

By रितिका कमठान | May 29, 2023

दिल्ली में रविवार को हुए घटना क्रम के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने फेसबुक लाइव के दौरान आशंका जताई की उनका कभी भी एनकाउंटर किया जा सकता है। उन्होंने 29 मई की सुबह फेसबुक लाइव किया और बताया की तय संख्या से अधिक पुलिस की गाड़ियां और पुलिस अधिकारी उनका पीछा कर रहे है।

 

इस संबंध में विनेश फोगाट ने कहा कि दिल्ली से पहलवानों को सामान लेकर वापस भेजा गया है और इस दौरान भी दिल्ली पुलिस पहलवानों का पीछा कर रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि पहलवानों को सिक्योरिटी देनी है। इस पर विनेश ने सवाल किया कि जब रविवार को हिरासत में लिए जाने के बाद शाम 7.30 बदे पहलवानों को छोड़ा गया था तो तब से और पूरी रात तक पहलवानों को सिक्योरिटी क्यों नहीं प्रदान की गई थी। उसके बाद से उनके साथ कोई पीएसओ नहीं था मगर अब पहलवानों का पीछा किया जा रहा है। 

 

विनेश फोगाट ने सवाल किया कि क्या पुलिस उनका पीछा कर पहलवानों का एनकाउंटर करना चाहती है? इसके साथ ही वीडियो में विनेश ने पुलिस से सवाल किया कि क्या वो असल में दिल्ली पुलिस के ही अधिकारी हैं या हो सकता है इन्हें बृजभूषण ने हमारा एनकाउंटर करने के इरादे से भेजा होगा। उन्होंने वीडियो के दौरान बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों के पास बंदूक है और ऐसे में पहलवानों को अपनी जान पर खतरा मंडराता हुआ नजर आ रहा है। इससे पहले ट्वीटर पर भी विनेश ने दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की निंदा की थी।

 

पहलवानों पर दर्ज हुई एफआईआर

दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन को लेकर पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के साथ-साथ आयोजकों और उनके समर्थकों के खिलाफ दंगा करने तथा सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में रविवार को प्राथमिकी दर्ज की। दिल्ली पुलिस ने उन्हें रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नये संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद कानून-व्यवस्था के उल्लंघन को लेकर हिरासत में लिया था। 

 

पुलिस ने कहा कि जंतर-मंतर पर 109 प्रदर्शनकारियों सहित पूरी दिल्ली में 700 लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए विनेश फोगाट ने कहा कि दिल्ली पुलिस को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में सात दिन लग गए थे, लेकिन उन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने में सात घंटे भी नहीं लगे, जो ‘शांतिपूर्वक’ विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। देश के शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था। 

प्रदर्शनकारी पहलवानों ने बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “नयी दिल्ली जिले के तहत आने वाले संसद मार्ग थाने में पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और संगीता फोगाट तथा अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जो आज जंतर-मंतर पर पुलिस के साथ हुई झड़प का हिस्सा थे।” 

 

अधिकारी के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा), 186 (लोक सेवक के कर्तव्य निर्वहन में बाधा डालना) और 353 (सरकारी कर्मचारी पर हमला या आपराधिक बल का उपयोग) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि आईपीसी की धारा 352 (गंभीर उकसावे के अलावा हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 147 (दंगा) और 149 (गैरकानूनी रूप से जमा होना) तथा सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम की धारा तीन भी प्राथमिकी में शामिल है। 

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