By Prabhasakshi News Desk | Feb 15, 2025
नयी दिल्ली । एशियाई चैम्पियन सुनील कुमार, अंडर 23 एशियाई चैम्पियनशिप स्वर्ण पदक विजेता मीनाक्षी और कई अन्य भारतीय पहलवाल खेलमंत्री मनसुख मांडविया के निवास पर जमा हुए और अल्बानिया में आगामी रैंकिंग सीरिज में भाग लेने की अनुमति के लिये उनके दखल की मांग की। मंत्रालय ने अल्बानिया के तिराना में 26 फरवरी से दो मार्च तक होने वाले दूसरे रैंकिंग सीरिज टूर्नामेंट में पहलवानों की भागीदारी के लिये मंजूरी रोक दी है। कुमार ने कहा ,‘‘ हम टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पा रहे और इसी वजह से खेलमंत्री के घर आये थे ताकि उनसे अनुरोध कर सकें कि हमें टूर्नामेंट में खेलने की अनुमति दें।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इससे मार्च में अम्मान में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप में हमें मदद मिलेगी।’’ खेलमंत्री यात्रा कर रहे हैं और घर पर नहीं थे। ये आठ दस पहलवान दोपहर दो बजे तक उनके घर के बाहर रहे और फिर लौट गए। मीनाक्षी ने कहा ,‘‘ पहले हम क्रोएशिया में विश्व रैंकिंग चैम्पियनशिप नहीं खेल सके और अब अल्बानिया नहीं जा पा रहे हैं। हम यहां अनुरोध करने आये थे क्योंकि हमें कारण पता नहीं है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ हम तीस पहलवान हैं लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। हम यहां आये तो पता चला कि खेलमंत्री नहीं हैं।’’
मंत्रालय और निलंबित डब्ल्यूएफआई के बीच मतभेदों के चलते भारतीय पहलवान क्रोएशिया के जगरेब में पहली रैंकिंग सीरिज से बाहर रह चुके हैं। मंत्रालय ने दिसंबर 2023 को डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय कुश्ती से उसे मान्यता मिली हुई है। उसने 30 जनवरी को भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) को प्रस्ताव भेजा था। एक सूत्र ने पीटीआई को बताया ,‘‘ डब्ल्यूएफआई ने ऐन मौके पर प्रस्ताव भेजा और प्रस्तावित नाम भेजने में भी विलंब हुआ। इसलिये मंजूरी नहीं दी जा सकी। ’’
वहीं महासंघ के एक अधिकारी ने कहा ,‘‘ हमने 30 जनवरी को प्रस्ताव भेजा और अगले दिन जवाब आ गया। साइ ने हमसे बैठक का ब्यौरा मांगा था जो हमने तुरंत भेज दिया। उसके बाद से कोई जवाब नहीं मिला। इससे पहले भी एक सप्ताह भेजे गए प्रस्ताव मंजूर हुए हैं तो इस बार यह ऐन मौके पर कैसे हो गया।’’ इसके बाद अम्मान में 25 से 30 मार्च तक सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप होगी , मंगोलिया में 29 मई से एक जून तक तीसरी रैंकिंग सीरिज, हंगरी में 17 से 20 जुलाई तक चौथी रैंकिंग सीरिज होगी। रैंकिंग सीरिज में भाग लेना भारतीय पहलवानों के लिये काफी अहम है क्योंकि इसमें अच्छा करने से उन्हें अंक मिलेंगे जिससे विश्व चैम्पियनशिप में वरीयता तय होगी। पिछले साल सरकार ने विश्व चैम्पियनशिप में भारतीय कुश्ती दल की भागीदारी को मंजूरी दे दी थी जब सभी 12 चयनित पहलवान खेलमंत्री के घर के बाहर जमा हुए थे।