By अजय कुमार | Dec 06, 2021
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ के सगड़ी विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत सभा करने पहुंचे और यहां उन्होंने समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला किया। सभा स्थल पर करीब डेढ़ घंटा विलंब से पहुंचे योगी हजारों की भीड़ देख गदगद हो उठे। उन्होंने पहले विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को एक-एक लाख का चेक, आयुष्मान योजना का गोल्डन कार्ड व महिलाओं को घरौनी सौंपी। उसके बाद जनता से मुखातिब हुए तो चिरपरिचित अंदाज मेें भारत माता की जय व वंदेमातरम बोलते हुए भीड़ का उत्साह बढ़ाया। योगी ने कहा कि आजमगढ़ जनपद में 102415 लोगों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन, 7.21 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि दी जा रही है। कन्या सुमंगला योजना में 18 हजार बालिकाओं को 15 हजार रुपये देने की व्यवस्था की गई है। 2170 विद्यालयों का सुंदरीकरण कराया गया है, जबकि सपा को इससे कोई मतलब नहीं था। कहाकि यहां 793824 लोगों को निःशुल्क खाद्यान्य दिया जा रहा है।
ओडीओपी योजना में 7.12 करोड़ रुपये ऋण दिया गया है। पूरी तरह से चुनावी मूड में नजर आ रहे सीएम ने कहाकि जल्द ही आजमगढ़ के लोग मंदुरी से हवाई जहाज में उड़ान भी भर सकेंगे। सपा पर हमला करते हुए योगी बोले कि दूसरी सरकारों के समय में महिलाएं, गरीब उनके एजेंडे से बाहर थे, जबकि भाजपा सबके सहयोग से नए उत्तर प्रदेश और नया राष्ट्र बनाने की दिशा में बढ़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सगड़ी की जनसभा में बाबा साहेब डा. आंबेडकर को उनके 64 वें परिनिर्वाण दिवस पर याद करते हुए श्रद्धांजलि भी दी। जनता से रूबरू होने के दौरान ही योगी ने सपा, कांग्रेस व बसपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहाकि बाबा साहेब ने संविधान में जो व्यवस्था दी, उससे देश उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चित तक एकता को सूत्र में बंधा हुआ है। उन्होंने सपा सरकार में रामपुर में गरीबों पर हुए अत्याचार को याद दिलाते हुए कांग्रेस व बसपा पर चुप्पी साधे रहने का आरोप लगाते हुए कहाकि उस समय भाजपा ही जुल्म के विरोध में संघर्ष कर रही थी। सपा पर प्रहार करते हुए योगी ने कहा कि जिस गाड़ी में सपा का झंडा उसमें होगा जाना-पहचाना गुंडा।
योगी ने भीड़ को याद दिलाया कि एक समय था जब आजमगढ़ के नौजवान बाहर जाते थे। कोई धर्मशाला, होटल में कमरा नहीं देता था। इस दौरान भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सभी सेवा की। सपा सरकार के लोग सत्ता में आने के बाद जिस तरीके की तबाही मचाए थे। दलितों की जमीन पर कब्जा करते थे। व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर कब्जा करते थे। जिस तरीके की अराजकता इन्होंने पैदा की थी। सपा सरकार के वक्त अराजकता ही उसका पर्याय बन गया था। देश के अंदर एक नारा चला था। जिस गाड़ी में सपा का झंडा, समझो उसको अंदर बैठा जाना पहचाना गुंडा। ये नारा चल पड़ा था। गुंडागर्दी की याद करिए, जब सपा सरकार के समय आजम खान मंत्री थे, उस समय रामपुर में दलितों को उजाड़ा जा रहा था। तब सपा अत्याचार करा रही थी, बसपा और कांग्रेस मौन थे। कुछ लोगों ने बाबा साहेब के नाम पर राजनीति तो की, लेकिन जब भी गरीबों और दलितों पर अत्याचार होता था।