अंतरराज्यीय मादक पदार्थ रैकेट के मामले में Rajasthan से छह और लोग गिरफ्तार

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राजस्थान में आतंकवाद निरोधक दस्ते और एनसीबी ने एक अंतरराज्यीय मादक पदार्थ गिरोह से जुड़े होने के सिलसिले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 45 करोड़ रुपये का मादक पदार्थ जब्त किया है। अधिकारियों ने बताया कि सिरोही जिले में मादक पदार्थ बनाने वाले चौथे अड्डे का भंडाफोड़ किया गया है।

जोधपुर । राजस्थान में स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने एक अंतरराज्यीय मादक पदार्थ गिरोह से जुड़े होने के सिलसिले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 45 करोड़ रुपये का मादक पदार्थ जब्त किया है। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि इसी के साथ उन्होंने सिरोही जिले में मादक पदार्थ बनाने वाले चौथे अड्डे का भंडाफोड़ किया है। 

एनसीबी के उप महानिदेशक (अभियान) ज्ञानेश्वर सिंह के मुताबिक, एनसीबी और एटीएस ने लगभग तीन महीने की गहन जांच के बाद 27 अप्रैल को राजस्थान और गुजरात में मादक पदार्थ बनाने वाले तीन अड्डों का भंडाफोड़ किया था और वहां से 300 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया था। साथ ही उन्होंने सात लोगों को गिरफ्तार किया था। अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल, जोधपुर जिले के ओसियां और गुजरात के गांधीनगर में स्थित इन तीन अड्डों से कुल 149 किलोग्राम मेफेड्रोन (पाउडर और तरल दोनों रूप में), 50 किलोग्राम एफेड्रिन और 200 लीटर एसिटोन बरामद किया गया था। 

उन्होंने बताया कि रविवार को मादक पदार्थ के राजस्थान से संचालित गिरोह के सरगना समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। ये लोग मेफेड्रोन बनाने के लिए गुजरात में आपूर्तिकर्ताओं से कच्चे माल की खरीद में शामिल थे। अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि आरोपी अपने अड्डे में इन मादक पदार्थों को तैयार करते थे और इस पूरे माल की महज एक महीने में तस्करी कर देते थे। इसके लिए उन्होंने आधार सामग्री के रूप में नेल पॉलिश या पेंट रिमूवर का उपयोग किया, जिसका मानव शरीर पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। 

संयुक्त निदेशक (एनसीबी) घनश्याम सोनी ने सोमवार को एक बयान में बताया कि सिरोही स्थित मादक पदार्थ के अड्डे से 45 करोड़ रुपये का नशीला पदार्थ बरामद हुआ है। सोनी ने कहा कि फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीमजोधपुर के ओसियां से बरामद किए गए नशीले पदार्थ की जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस जांच के पूरा होने के बाद इसकी कीमत की जानकारी मिल पाएगी। अधिकारी ने बताया कि रविवार को गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सरगना कुलदीप सिंह राजपुरोहित और उसके साथियों राजाराम मेघवाल, बजरंग लाल बिश्नोई, दीपक सोलंकी, शिव रतन अग्रवाल और रामप्रताप के रूप में हुई है। जोधपुर (ग्रामीण) के अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने कहा कि टीम रामप्रताप के सहयोगी जगदीश बिश्नोई को भी पकड़ने की कोशिश कर रही है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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