रूस-यूक्रेन युद्ध, मीडिल ईस्ट में टेंशन, 3 दिवसीय चीन के दौरे पर अमेरिकी विदेश मंत्री

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अभिनय आकाश । Apr 24 2024 12:00PM

बाइडेन प्रशासन हाल के महीनों में रूस के रक्षा औद्योगिक आधार के लिए चीनी समर्थन के बारे में चिंतित है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि मॉस्को को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद लगाए गए पश्चिमी प्रतिबंधों को दूर करने और अपनी सेना को फिर से आपूर्ति करने की अनुमति मिल रही है।

शंघाई और बीजिंग में वरिष्ठ चीनी अधिकारियों के साथ तीन दिवसीय वार्ता के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन चीन के दौरे पर हैं। ब्लिंकन का दौरा 24 अप्रैल से 26 अप्रैल तक चलेगा। विदेश विभाग का कहना है कि ब्लिंकन शंघाई और बीजिंग में चीनी अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिलेंगे। साथ ही मध्य पूर्व संकट, यूक्रेन के खिलाफ रूस का युद्ध, क्रॉस-स्ट्रेट मुद्दे और साउथ चाइना सी पर भी मुलाकात होगी। ब्लिंकन बीजिंग के साथ अमेरिकी संबंधों को स्थिर करने के प्रयास में भी चीन में हैं। बता दें कि जून में उनकी आखिरी यात्रा के बाद से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव स्पष्ट रूप से कम हो गया है।

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रूस-यूक्रेन युद्ध

बाइडेन प्रशासन हाल के महीनों में रूस के रक्षा औद्योगिक आधार के लिए चीनी समर्थन के बारे में चिंतित है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि मॉस्को को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद लगाए गए पश्चिमी प्रतिबंधों को दूर करने और अपनी सेना को फिर से आपूर्ति करने की अनुमति मिल रही है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ब्लिंकन की यात्रा के दौरान यह बातचीत का प्राथमिक विषय होगा। अमेरिका का कहना है कि उसके पास कोई सबूत नहीं है कि चीन वास्तव में रूस को हथियार दे रहा है, अधिकारियों का कहना है कि अन्य गतिविधियां भी संभावित रूप से समान रूप से समस्याग्रस्त हैं।

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मीडिल ईस्ट का टेंशन

बाइडेन से लेकर अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने बार-बार चीन से अपील की है कि वह गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध को व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष में बदलने से रोकने के लिए ईरान का किसी भी तरह का साथ न दे। चीन आम तौर पर ऐसे आह्वानों को स्वीकार करता है। विशेष रूप से इसलिए भी क्योंकि ईरान और अन्य मध्य पूर्व देशों से तेल आयात पर बहुत अधिक निर्भर है। अक्टूबर में गाजा युद्ध की शुरुआत और हाल ही में इजरायल और इजरायल के बीच प्रत्यक्ष हमलों और जवाबी हमलों के बाद से तनाव लगातार बढ़ गया है। 

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