मी टू अभियान के तहत विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर पर लगे आरोपों के बाद मोदी सरकार उनके खिलाफ एक्शन के मूड में है। सूत्रों की मानें तो विदेश से लौटतें ही एम जे अकबर का इस्तीफा लिया जा सकता है। एम जे अकबर पर पत्रकार रहते हुए यौन शोषण का आरोप है। इस मामले में विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है।
फिलहाल सरकार ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। पर इसे किसी तूफान के आने के पहले की शान्ति माना जा रहा है। आज सुबह जिग्नेश मेवानी ने की एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग है।
सुषमा स्वराज और नीतिन गडकरी से जब इस मामले में सवाल किया गया तो इन लोगों ने भी चुप्पी साध ली जिसके बाद माना जा रहा था कि सरकार बैकफुट पर है और अकबर के बचाव में नहीं है। इस समय अकबर केन्या और नाइजीरिया के दौरे पर हैं और आज शाम तक लौट आने की संभावना है।