1984 के दंगे थे पीट पीटकर मारने वाली पहली घटनाः राजनाथ सिंह

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 20, 2018

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले खुद संशय में है और उनमें विश्वास की कमी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व का प्रकाशपुंज बनकर उभरी है, एफडीआई बढ़ा है और दुनिया में भारत को सम्मानजनक स्थान प्राप्त हुआ है। देश में भीड़ द्वारा पीट पीट कर मार डालने (मॉब लिंचिंग) जैसी घटनाओं को लेकर विपक्ष के आरोपों पर गृह मंत्री ने कहा कि मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना 1984 में घटी जब कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तब धरती हिलती है।

सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि नोटबंदी के बाद भी विपक्ष ने जनता को गुमराह करने का काम किया था लेकिन नोटबंदी के बाद उत्तर प्रदेश में हुए चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत मिली। उन्होंने कहा कि विपक्ष कभी ये स्वीकार नहीं करेगा लेकिन सारी दुनिया जानती है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत का मान बढ़ाया है। विश्व में सबसे ज्यादा गति से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था भारत की है। विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। राजनाथ ने उम्मीद जतायी कि साल 2030 आते-आते भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा हो जाएगा।

 

कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने लंबे समय तक सरकार चलाई है लेकिन इस सच्चाई को तो स्वीकार करना ही पड़ेगा कि पिछले दस वर्षों में जितनी जीडीपी थी उससे ज्यादा मुद्रास्फीति होती थी लेकिन आज आंकड़े उसके उलट हैं। आज जीडीपी अधिक है और मुद्रास्फीति कम है। देश की जीडीपी 7.8 प्रतिशत तक जा सकती है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में निवेशकों के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है। एफडीआई का जहां तक सवाल है वह अभी तक 150 बिलियन डॉलर हुआ है।

 

राजनाथ ने कहा कि आज हमारी पार्टी पूरे देश में फैल चुकी है। पूर्वोत्तर में भी हमारी सरकार बनी जहां वर्षों से साम्यवादी सरकार थी और उनका वर्चस्व था। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि विपक्ष के हमारे मित्र जनता के इस विश्वास प्रस्ताव को पढ़ नहीं पा रहे हैं। विश्वास प्रस्ताव लाने वाले खुद संशय में हैं। उन्हें गठबंधन, नीति और नेता को लेकर संशय है।’’ उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अनावश्यक रूप से लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का कोई महत्व नहीं है क्योंकि जिस नेता पर पूरे देश का विश्वास है उसके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का क्या औचित्य है ?

 

राजनाथ ने कहा कि जो पार्टियां मिलकर हमारी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायी हैं, उनका आपस में विश्वास नहीं है। आज जो विपक्ष एकजुट दिख रहा है नेता चुनने के वक्त वह बिखर जायेगा। राजनाथ सिंह के भाषण के दौरान तेलुगू देशम पार्टी के कुछ सदस्य आंध्र प्रदेश के बारे में उल्लेख करने की मांग करते हुए आसन के समीप आ गए। तेदेपा के एक सदस्य राजनाथ सिंह के पास आ गए। इसके बाद भाजपा के कुछ सदस्य भी उनके समीप आ गए। इसके कारण अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई सवा चार बजे करीब 10 मिनट के लिये स्थगित कर दी।

 

उन्होंने कहा कि देश में सुरक्षा स्थिति काफी बेहतर हुई है और पिछले चार वर्षों में एक भी बड़ी आतंकी घटना नहीं घटी। सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि भाजपा की स्थिति हम दो हमारे दो वाली है, लेकिन कालचक्र के बदलने से हमारी पार्टी आज पूर्ण बहुमत में है। राहुल गांधी पर परोक्ष निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग चांदी के चम्मच को लेकर पैदा हुए हैं वे गरीबी को क्या पहचानेंगे। प्रधानमंत्री गरीबी में पैदा हुए और वे ही गरीब, किसान के दर्द को समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की 10 साल की सरकार के दौरान हमने कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया क्योंकि हम जानते थे कि कांग्रेस को जनादेश प्राप्त है। आज विपक्ष जनता के पूर्ण विश्वास प्राप्त सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है।

 

प्रमुख खबरें

550 अरब रुपये का बकाया, पाई पाई वसूलने की शुरू हुई कार्रवाई, जिनपिंग ने शहबाज को दिया अल्टीमेटम

मुसलमानों के लिए बरकरार रखेंगे 4% आरक्षण, Andhra Pradesh में BJP की सहयोगी TDP का बड़ा ऐलान

Jammu Kashmir: आतंकवादी संगठन से जुड़ने जा रहा था युवक, पुलिस ने मौके पर ही धड़ दोबाचा

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज