राजस्थान के हुनुमानगढ़ के किसान सहदेव सहारन ने केवल आठवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की है वहीं उनकी पत्नी ने शिक्षा ग्रहण ही नहीं की। लेकिन इसी साल किसान की इन तीन बेटियों अंशु, रीतू और सुमन ने अपने पिता का सिर और ऊंचा कर दिया है।
टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक, इन तीनों बेटियों ने राज्य की प्रशासनिक सेवा में प्रवेश लिया है। सहारन की दो बेटियां पहले से ही राज्य सेवा में कार्यरत हैं।अंशु ने 31वीं रैंक हासिल की, रीतू ने 96वां जबकि सुमन ने 98वां रैंक हासिल किया। वहीं उनकी बड़ी बहन रोमा ने साल 2010 में आरएएस परीक्षा पास की और अपने परिवार में पहली आरएएस अधिकरी बनीं। वर्तमान में रोमा झुंझुनू जिले के सुजानगढ़ में खंड विकास अधिकारी यानि की बीडीओ हैं। रोमा की दूसरी बहन, मंजू, हनुमानगढ़ के नोहर में सहकारिता विभाग में कार्यरत हैं। मंजू ने साल 2017 में आरएएस की परीक्षा पास की थी।
किसान की बेटियां
सहदेव सहारन जोकि एक किसान है उनकी बेटियों को IFS अधिकारी प्रवीण कस्वां ने बधाई देते हुए लिखा कि, बहुत अच्छी खबर! अंशु, रीतू और सुमन राजस्थान के हनुमानगढ़ की तीन बहनें हैं। शुक्रवार को इन तीनों बहनों ने एक साथ आरएएस में नियुक्ति हासिल की है। पिता और परिवार को गौरवान्वित करने वाली इन बहनों ने बताया कि पढ़ाई की ताकत क्या होती है। किसान के घर में जन्मी सभी पांच बेटियां अब आरएएस अधिकारी हैं। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी टॉपर्स को बधाई दी और लिखा, “झुंझुनू की मुक्ता राव को बधाई, जिन्होंने #RASexam में टॉप किया, टोंक की मनमोहन शर्मा, जयपुर की शिवाक्षी खंडाल को दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने के लिए और उन सभी को बधाई जिन्होंने परीक्षा पास की है।”