By अभिनय आकाश | Jun 13, 2025
इजराइल ने ईरान की राजधानी पर हमला कर दिया और देश के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया जिसके बाद पश्चिम एशिया के दो कट्टर विरोधियों के बीच एक व्यापक युद्ध की आशंका तेज हो गई है। मीडिल ईस्ट से लेकर वेस्ट एशिया तक फिलहाल अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। मीडिल ईस्ट में बहुत बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। छह देशों के एयरस्पेस बंद कर दिए गए हैं। इजरायल और ईरान दोनों ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। इसके अलावा इराक, जॉर्डन, लेबनान और सीरिया में एयरस्पेस बंद कर दिए गए हैं। यानी छह देश ऐसे हैं जिन्होंने अपना एयरस्पेस पूरी तरह से बंद कर दिया है। यानी हवा में अब विमानों की आवाजाही अब नहीं होगी। इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मीडिल ईस्ट में किस तरीके की हलचल बढ़ चुकी है।
जॉर्डन की सेना अलर्ट पर
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच जॉर्डन ने किसी भी खतरे का सामना करने के लिए अपने सशस्त्र बलों को अलर्ट पर रखा है। एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि सभी इकाइयाँ उच्चतम स्तर की तत्परता पर हैं और वे घटनाक्रम पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। जॉर्डन के संचार राज्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद अल-मोमानी ने कहा कि देश अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं होने देगा और यह किसी भी संघर्ष के लिए युद्ध का मैदान नहीं बनेगा।
ईरान के खिलाफ हमलों में 200 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया
इजरायली सेना ने कहा है कि उसने ईरान के खिलाफ “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” को अंजाम देने के लिए 200 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। आईडीएफ प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने कहा, “ईरान में 100 से अधिक ठिकानों पर हमला किया गया है। डेफ्रिन ने कहा कि इजरायल के हमले “एक सटीक और समन्वित ऑपरेशन का हिस्सा थे और उसके पायलट “ईरान के विभिन्न क्षेत्रों में सैन्य लक्ष्यों और परमाणु कार्यक्रम के लक्ष्यों पर अभी भी हमला कर रहे हैं।