By अंकित सिंह | Jan 05, 2024
पश्चिम बंगाल में अधीर रंजन चौधरी लगातार तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर हैं। इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनातनी के बीच कांग्रेस नेता ममता बनर्जी पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल ईडी की टीम पर हमले को लेकर अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी सरकार को घेरा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ईडी अधिकारियों पर सत्तारूढ़ सरकार के गुंडों के हमले के बाद यह स्पष्ट है कि राज्य में कोई कानून व्यवस्था नहीं है। आज वे घायल हुए हैं, कल उनकी हत्या हो सकती है। ऐसी बात मेरे लिए कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
आपको बता दें कि भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों के वाहनों को घेर लिया और उन पर हमला कर दिया, जब वे आज उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर राशन घोटाले के सिलसिले में छापेमारी कर रहे थे। टीएमसी सांसद शांतनु सेन का कहना है कि केंद्रीय बलों से घिरे केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को भड़काया, इसलिए लगातार जवाबी प्रतिक्रियाएं हो रही थीं। वास्तविक तथ्य यह है कि भारत के लोग इस गहरी साजिश को रोजाना दिल्ली से तैयार और निगरानी करते हुए देखकर निराश हैं।
पश्चिम बंगाल में ईडी टीम पर हुए हमले पर केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रामाणिक ने कहा कि संदेशखाली में जो हुआ उसकी मैं निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि किसी राज्य में जाकर केंद्रीय एजेंसी पर हमला करने से ज्यादा घृणित कोई मुद्दा नहीं हो सकता। यह सिर्फ एक केंद्रीय एजेंसी ईडी की टीम पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे संविधान....और देश के संघीय ढांचे पर हमला है। भाजपा नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। हम जांच करेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है। जब किसी राज्य में बार-बार ऐसी घटनाएं होती हैं तो इससे पता चलता है कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल हो रही है और कानून व्यवस्था बाधित है।
पलटवार में तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष ने कहा कि संदेशखाली में जो हुआ वह उकसावे का असर था। उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय एजेंसियां और बल भाजपा के निर्देश पर किसी न किसी टीएमसी नेता या कार्यकर्ताओं को परेशान करने, नकारात्मक बयान फैलाने और लोगों को भड़काने के लिए उनके आवास पर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे आरोप मिल रहे हैं और कल संदेशखाली में यही हुआ। बीजेपी ने सुवेंदु अधिकारी को चोर कहा था लेकिन उनके आवास पर कोई छापेमारी नहीं हुई, वे केवल टीएमसी नेताओं के आवास पर छापेमारी करते हैं।