By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 04, 2019
जयपुर। राजस्थान के जिन दो विधायकों ने सोमवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया था वे मंगलवार से फिर धरने पर बैठ गए। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के विधायक हरीश मीणा और भाजपा के विधायक गोपीचंद मीणा ने ट्रैक्टर चालक के पोस्टमार्टम के लिए गठित मेडिकल बोर्ड के सदस्यों को बदलने का आरोप लगाया है। मामला राजस्थान के टोंक जिले के नगर फोर्ट इलाके का है। नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने सोमवार को मृतक के परिजनों और शनिवार से भूख हड़ताल कर रहे विधायकों से मुलाकात की। सरकार द्वारा सभी मांगें माने जाने के आश्वासन के बाद आंदोलनकारियों ने अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी थी।
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लेकिन पुलिस और जिला प्रशासन के दबाव में मृत चालक के पोस्टमार्टम के लिये गठित मेडिकल बोर्ड के सदस्यों को बदलने का आरोप लगाते हुए दोनों विधायकों ने मंगलवार को फिर से धरना शुरू कर दिया। भाजपा विधायक गोपी चंद मीणा ने कहा, हमें कल बताया गया था कि शव का पोस्टमार्टम मंगलवार को मेडिकल बोर्ड द्वारा कराया जायेगा। मंगलवार को पुलिस के दबाव में मेडिकल बोर्ड के सदस्यों को बदल दिया गया। हमने इसपर आपत्ति जताई है और मांग की है कि कल मेडिकल बोर्ड में जिन सदस्यों के बारे में निर्णय लिया गया था, उन्हीं से पोस्टमार्टम कराया जाए।’’
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उन्होंने कहा, सरकार ने फिर से हमारी बात नहीं सुनी, इसलिए हमने फिर से धरना शुरू किया है। वहीं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मृतक के परिजनों और विधायकों से मंगलवार को मिलेंगे। पिछले मंगलवार की रात पुलिस द्वारा पीछा करने के दौरान ट्रैक्टर चालक भजनलाल की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। मृतक के परिजन और दोनों विधायकों का आरोप है कि ट्रैक्टर चालक की मौत पुलिस के मारपीट के कारण हुई है। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने, मुआवजा दिलाने और मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग को लेकर विधायकों ने बुधवार से धरना शुरू किया था। दोनों विधायकों ने धरने को गत शनिवार से भूख हडताल में परिवर्तित कर दिया था।