AIADMK ने साधा निशाना, कहा- शशिकला बांटो और राज करो की नीति पर चल रही हैं

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 16, 2021

चेन्नई। अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार ने बुधवार को वीके शशिकला पर निशाना साधते हुए कहा कि वह “ऑडियो राजनीति” के जरिये पार्टी में भ्रम पैदा करना चाहती हैं तथा “बांटो और राज करो” की नीति अपना रही हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के प्रयास कभी सफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि शशिकला पार्टी पर दावा कैसे कर सकती हैं जबकि वह प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं। हाल ही में शशिकला ने अन्नाद्रमुक के कुछ नेताओं से फोन पर बात की थी जिन्हें बाद में पार्टी से निकाल दिया गया था। जयकुमार ने इस मुद्दे पर यहां संवाददाताओं से कहा कि शशिकला पार्टी में भ्रम पैदा करने का प्रयास कर रही हैं इसलिए वह “ऑडियो राजनीति” कर रही हैं और अन्नाद्रमुक का कोई कार्यकर्ता इसे स्वीकार नहीं करेगा। जयकुमार ने कहा कि शशिकला “बांटो और राज करो” की नीति पर चल रही हैं और पार्टी पर “कब्जा” करना चाहती हैं जो कभी संभव नहीं होगा। 

इसे भी पढ़ें: AIADMK ने शशिकला से संपर्क करने वालों को दी चेतावनी, पनीरसेल्वम उप नेता चुने गए

पूर्व मंत्री ने शशिकला और उनके रिश्तेदार व ‘अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम’ के अध्यक्ष टी टी वी दिनाकरन की ओर इशारा करते हुए कहा कि कार्यकर्ता जानते हैं कि वे “किस प्रकार के षड्यंत्रकारी हैं।” जयकुमार ने कहा कि ऐसी साजिश सफल नहीं होगी। पूर्व मंत्री के. सी. वीरमणि ने कहा था कि शशिकला पार्टी के लिए “कलंक” सिद्ध हो चुके कुछ लोगों के जरिये बात कर रही थीं जबकि ओ. पन्नीरसेल्वम और के. पलानीस्वामी पार्टी के और उसके हितों के लिए काम कर रहे थे। शशिकला से फोन पर बात करने के लिए पार्टी नेताओं के निष्कासन का विरोध करते हुए शशिकला ने अपने एक वफादार से कहा था कि यदि पन्नीरसेल्वम ने उनके खिलाफ बगावत न की होती तो वह उन्हें 2017 में मुख्यमंत्री पद पर बने रहने देतीं।

प्रमुख खबरें

550 अरब रुपये का बकाया, पाई पाई वसूलने की शुरू हुई कार्रवाई, जिनपिंग ने शहबाज को दिया अल्टीमेटम

मुसलमानों के लिए बरकरार रखेंगे 4% आरक्षण, Andhra Pradesh में BJP की सहयोगी TDP का बड़ा ऐलान

Jammu Kashmir: आतंकवादी संगठन से जुड़ने जा रहा था युवक, पुलिस ने मौके पर ही धड़ दोबाचा

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज