By अंकित सिंह | Apr 04, 2023
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने कहा है कि मंत्रियों की डिग्री पर सवाल उठाना सही नहीं है और लोगों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि किसी नेता ने अपने कार्यकाल में क्या हासिल किया है। अजित पवार का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिग्री पर सवाल उठा रहे हैं। इतना ही नहीं, अजीत पवार की पार्टी एनसीपी की सहयोगी उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय रावत ने भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानकारी देनी चाहिए। इसी के बीच अजित पवार का यह बयान आया है।
दरअसल, अजीत पवार ने प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता से जुड़े मुद्दे को लेकर सवाल पूछा गया था। हाल में विपक्षी दलों में इसको लेकर कई सवाल उठाए थे। इन्हीं सवालों का जवाब देते हुए पवार ने कहा कि 2014 (के आम चुनाव) में क्या लोगों ने उनकी डिग्री देखकर उन्हें (मोदी को) वोट दिया था? 2014 में उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक ऐसा करिश्मा दिखाया जो भाजपा के पास नहीं था। इसका पूरा श्रेय नरेन्द्र मोदी साहब को दिया जाना चाहिए।
गुजरात उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए कहा गया था। अदालत ने केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था। पवार ने कहा, ‘‘ वहां डिग्री का क्या काम है? अभी तक हमारे लोकतंत्र में संसद में बहुमत को अहम माना जाता है। 543 सीट (लोकसभा में) में जिसके पास बहुमत होता है, वह सरकार का प्रमुख बनता है। इसी तरह हमारे राज्य में जो (कुल 288 विधानसभा सीटों में से) 145-146 विधानसभा सीटें जीतता है, वह मुख्यमंत्री बनता है।’’