By नीरज कुमार दुबे | Jul 06, 2022
अजमेर दरगाह के एक खादिम सलमान चिश्ती ने नुपूर शर्मा की गर्दन पर ईनाम रखकर विवाद खड़ा किया तो दरगाह कमेटी ने एक बयान जारी कर कहा कि वह ऐसे बयान की निंदा करती है और इस तरह के भड़काऊ बयान का समर्थन नहीं करती। अजमेर अंजमुन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती जब सलमान चिश्ती के बयान की निंदा कर रहे थे तब लग रहा था कि वाकई वह इस तरह की बयानबाजी का विरोध कर रहे हैं लेकिन आज 26 जून का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें यही सरवर चिश्ती खुद भी भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि हिंदू समाज के लोग ख्वाजा गरीब नवाज में आने वाले जायरीन से कमा कर खाते हैं, इनका विरोध किया जाएगा। सरवर चिश्ती यह भी कह रहे हैं कि नुपूर शर्मा के समर्थन में हिंदू समाज रैली निकालेगा तो हम इस तरह का आंदोलन करेंगे कि पूरे हिंदुस्तान में वीडियो वायरल हो जाएगा।
यह दो वीडियो सरवर चिश्ती के दो चेहरे दिखाते हैं। पहले वीडियो में दिखा कि जब खादिम सलमान चिश्ती ने नुपूर शर्मा की गर्दन पर ईनाम रखा तो वह कैसे सलमान को ड्रगिस्ट बता रहे थे। उसके बयान की निंदा कर रहे थे। उसके बयान को निजी बता रहे थे। दरगाह के द्वार सभी धर्मों के लिए खुले होने की बात बता रहे थे लेकिन खुद वह किस मानसिकता के हैं यह 26 जून के वीडियो से सामने आ गया। उल्लेखनीय है कि सरवर चिश्ती खुलेआम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का समर्थन करते हैं। जो संगठन देश में नफरत और हिंसा फैला रहा है उसे वह भारतीय संविधान को बचाने वाला संगठन बताते हैं।
अब जब सरवर चिश्ती का यह वीडियो वायरल हो रहा है और वह विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं तो उन्होंने सफाई देते हुए एक टीवी समाचार चैनल से कहा है कि पैगंबर मोहम्मद की शान में जो गुस्ताखी की गई है उस कारण इस तरह का ऐलान करना पड़ा। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन करना हम सभी का संवैधानिक अधिकार है इसलिए हम विरोध प्रकट कर रहे हैं। सरवर चिश्ती ने कहा कि नुपूर शर्मा की टिप्पणी का विरोध विदेशों में भी जमकर किया जा रहा है लेकिन प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर खामोश हैं। सरवर चिश्ती ने मौजूदा हालात में अपने बयान को एकदम सही बताया है।