By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 23, 2022
सपा प्रमुख ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग से की गई शिकायतों के बावजूद निर्वाचन मशीनरी कई मतदान केन्द्रों पर मूकदर्शक बनी रही, फिर भी मतदाताओं ने भाजपा को हराने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुंचाने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को ताक पर रख दिया गया और मतदाताओं को निर्भयता के साथ मतदान नहीं करने दिया गया। यादव ने यह भी दावा किया कि मतदान केन्द्रों पर कब्जा करके फर्जी वोटिंग की गई और कई बूथों पर ईवीएम में खराबी पाई गई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के हाल के विधानसभा चुनाव में विधायक चुने जाने के बाद दोनों के इस्तीफे से रिक्त हुई क्रमश: आजमगढ़ और रामपुर संसदीय सीटों पर उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार को मतदान हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि आजमगढ़ लोकसभा के विधानसभा क्षेत्र गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़, मेहनगर के सभी मतदान केन्दों से एक साजिश के तहत समाजवादी पार्टी के सभी बूथ एजेंटो को बाहर निकाल दिया गया।
यादव ने दावा किया कि डीएवी डिग्री कालेज आजमगढ़ के मतदान केन्द्र पर बीएलओ भाजपा के पक्ष में मतदान कराने का दबाव बनाती दिखी। टाण्डा में मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया, वहां मतदान रोक दिया गया है। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार उपचुनाव में अपनी हार से घबरा गई है और इसलिए रामपुर के स्वार विधानसभा में सत्ता के बल पर मतदाताओं को मतदान करने से रोका गया है। अल्पसंख्यक महिला मतदाताओं को मतदान करने से रोका गया।