By निधि अविनाश | Aug 31, 2020
भारत की आरपीजी एंटरप्राइजेज ने कोरोना महामारी संकट को देखते हुए अपने कर्मचारियों को परमानेंट घर से काम करने की अनुमति दे दी है। बता दें कि अपने कर्मचारियों को परमानेंट घर से काम करने की अनुमति देने वाली ये भारत की पहली कंपनी है। जानकारी के मुताबिक, आरपीजी एंटरप्राइजेज टायर, आईटी, हेल्थ, एनर्जी, इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्लांटेशन के सेक्टर में कारोबार करती है। महामारी की तेजी को देखते हुए कपंनी ने वर्क फॉर्म होम कल्चर को लेकर एक नई नीति तैयार की है जिसके तहत कपंनी के कर्मचारी ऑफिस का काम घर से ही करेंगे वहीं 50 फीसदी दूसरे कर्मचारियों को भी घर से ही काम करने की अनुमति दी जाएगी। बता दें कि कपंनी ऑफिस में काम करने वाले 75 फीसदी कर्मचारियों को घर से काम करने की ही अनुमति देगा।
आरपीजी एंटरप्राइजेज अपने वर्क फॉर्म होम निति को 1 सितंबर से लागू करेगी। इस पॉलिसी के मुताबिक ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों को महीनें में दो हफ्ते घर से काम करने की अनुमति दे सकती हैं। वहीं बड़े मामलों में ये दो हफ्ते से तीन हफ्तों में भी तब्दील हो सकता है। यानि की अगर कोई विशेष मामला हो तो कर्माचारी तीन हफ्ते तक घर से काम कर सकता है। बता दें कि इस वक्त कपंनी के सभी कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं। इस वक्त कंपनी ने अपने सभी ऑफिसों को बंद करवा रखा है। कंपनी की यह पॉलिसी आरपीजी के ग्लोबल ऑपरेशनंस पर भी लागू होगी। इन सब के अलावा कंपनी के फैक्ट्रीयों में काम करने वाले कर्मचारियों पर भी यह पॉलिसी लागू हो सकती है।
आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा,हमारी वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी ने काम करने की परंपरागत धारणा को तोड़ दिया है। उन्होंने आगे कहा कि, जिन कर्मचारी का मशान पर काम नहीं है उनपर भी यह निति लागू होगी। बता दें कि आरपीजी एंटरप्राइजेज ने अपने विश्वभर के कंपनियों के 30 हजार कर्मचारियों को एक नोट भेजा है जिसमें कर्मचारियों को काम करने के नए तरीकों को अपनाने के लिए उत्साहित किया है।