By अनन्या मिश्रा | Jul 01, 2025
अमावस्या तिथि पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करना बेहद लाभकारी माना गया है। राहु पर शनि देव का भी प्रभाव रहता है। इसलिए अमावस्या तिथि को शनिदेव की पूजा करना भी शुभ माना जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए जुलाई से दिसंबर 2025 तक पड़ने वाली अमावस्या तिथियों और उनके महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं।
ज्येष्ठ अमावस्या - 27 मई 2025
आषाढ़ अमावस्या - 25 जून 2025
श्रावण अमावस्या - 24 जुलाई 2025
भाद्रपद अमावस्या - 23 अगस्त 2025
आश्विन अमावस्या - 21 सितंबर 2025
कार्तिक अमावस्या - 21 अक्तूबर 2025
मार्गशीर्ष अमावस्या - 20 नवंबर 2025
पौष अमावस्या - 19 दिसंबर 2025
ज्येष्ठ महीना हनुमान जी का महीना होता है। वहीं अमावस्या तिथि पर हनुमान जी की पूजा नहीं की जाती है। क्योंकि इस दिन हनुमान जी ने राहु से युद्ध विराम के समय विश्राम किया था। वहीं आषाढ़ महीने में किसी भी देवी-देवता की पूजा करना शुभ होता है। श्रावण महीने में भगवान शिव की पूजा का महत्व होता है। भाद्रपद महीने की अमावस्या तिथि पर श्रीकृष्ण की पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
आश्विन माह भगवान श्रीहरि विष्णु और सूर्य देव को समर्पित होता है। इसलिए इस महीने भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा करना शुभ माना जाता है। कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है। मार्गशीर्ष महीने की अमावस्या पर शनिदेव की पूजा करना शुभ और सिद्धि देने वाला माना जाता है। वहीं पौष माह की अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।