By Ankit Jaiswal | Dec 14, 2025
रविवार की सुबह दिल्ली वालों के लिए फिर से भारी रही, जब शहर जहरीली हवा की मोटी परत में ढका नजर आया। बता दें कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार 14 दिसंबर 2025 को राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 459 दर्ज किया गया, जो ‘सीवियर’ श्रेणी में आता है। रातभर छाए घने स्मॉग के चलते सुबह होते ही लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगी।
मौजूद जानकारी के अनुसार, कई इलाकों में दृश्यता बेहद कम रही और खुले में निकलने वाले लोगों को आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा। CPCB के मानकों के मुताबिक, 401 से 500 के बीच का AQI ‘गंभीर’ माना जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक स्थिति को दर्शाता है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों के लिए।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.4 डिग्री कम है, जबकि अधिकतम तापमान करीब 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। वहीं, भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि सुबह 8.30 बजे तक राजधानी में सापेक्षिक आर्द्रता 100 प्रतिशत दर्ज की गई, जिससे स्मॉग और अधिक घना हो गया।
बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने शनिवार को निर्देश जारी कर कक्षा नौवीं और ग्यारहवीं तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड मोड में पढ़ाई कराने को कहा है। इसका उद्देश्य बच्चों को सीधे प्रदूषित वातावरण के संपर्क में आने से बचाना है।
गौरतलब है कि वायु प्रदूषण की स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तहत स्टेज-4 के कड़े प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू कर दिए हैं। इसके तहत निर्माण कार्यों पर रोक, डीजल वाहनों पर सख्ती और औद्योगिक गतिविधियों पर नियंत्रण जैसे कदम शामिल हैं।
दिल्ली-एनसीआर में हर सर्दियों के मौसम में प्रदूषण एक गंभीर चुनौती बनकर सामने आता है, जहां कम हवा की गति, ठंड और नमी मिलकर स्मॉग की स्थिति पैदा कर देती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मौसमीय परिस्थितियों में सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में हालात और चिंताजनक हो सकते हैं और लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होगी, जिससे स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को कुछ हद तक कम किया जा सके।