Ukraine की मदद से कभी पीछे नहीं हटेंगे अमेरिका एवं उसके सहयोगी: बाइडन

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 22, 2023

वॉरसॉ। यूक्रेन पर रूस के जारी हमलों के लगभग एक साल होने के मद्देनजर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि भले ही कुछ भी हो जाए, अमेरिका एवं उसके सहयोगी यूक्रेनवासियों की मदद करने से ‘‘पीछे नहीं हटेंगे।’’ यूक्रेन का अचानक दौरा करने के एक दिन बाद बाइडन ने पोलैंड में अपने संबोधन के दौरान पिछले एक साल में किए गए प्रयासों के लिए यूरोप में अपने सहयोगियों की प्रशंसा की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कड़े शब्दों में स्पष्ट संदेश दिया, ‘‘नाटो विभाजित नहीं होगा और हम थकेंगे नहीं।’’ बाइडन ने वॉरसॉ के ‘रॉयल कैसल’ के बाहर हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एक साल पहले दुनिया को कीव के हार जाने की आशंका थी। मैं बता सकता हूं: कीव मजबूती से खड़ा है, कीव गर्व से खड़ा है और सबसे जरूरी बात कीव स्वतंत्र है।’’

इसे भी पढ़ें: Peacekeeping missions किसी जगह हमेशा के लिए बने नहीं रहने चाहिए: भारत

बाइडन ने यूक्रेन एवं रूस के बीच जारी युद्ध को लोकतंत्र और निरंकुशता के बीच वैश्विक संघर्ष बताया और कहा कि अमेरिका इससे पीछे नहीं हटेगा, हालांकि कुछ सर्वेक्षणों के मुताबिक, यूक्रेन के लिए जारी सैन्य सहायता के प्रति अमेरिकी सहयोग कमजोर हो रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘दुनिया के लोकतंत्र स्वतंत्रता की रक्षा के लिए आज, कल और हमेशा खड़े रहेंगे।’’ बाइडन ने कहा, ‘‘जब (रूस के) राष्ट्रपति (व्लादिमीर) पुतिन ने यूक्रेन में अपने टैंकों को भेजने का आदेश दिया था, तो उन्हें लगा था कि वह उसे हरा देंगे। वह गलत थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भर में लोकतंत्र मजबूत हुआ है’’, जबकि पुतिन समेत दुनिया के तानाशाह कमजोर हुए हैं। बाइडन ने कहा, ‘‘तानाशाह केवल एक शब्द समझते हैं - नहीं, नहीं, नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘नहीं, आप मेरा देश नहीं ले जाएंगे। नहीं, आप मेरी आजादी नहीं ले जाएंगे। नहीं, आप मेरा भविष्य नहीं लें पाएंगे।

प्रमुख खबरें

Lionel Messi in Mumbai | करीना कपूर खान, अजय देवगन और अन्य ने लियोनेल मेस्सी से मुलाकात की

GOAT India Tour 2025 | मेस्सी और तेंदुलकर की जुगलबंदी ने वानखेड़े में एक और गौरवशाली अध्याय जुड़ा

Randeep Hooda ने सेल्यूलर जेल का दौरा किया, स्वातंत्र्य वीर सावरकर की शूटिंग को किया याद

हांगकांग की सबसे बड़ी लोकतंत्र समर्थक पार्टी ने खुद को किया भंग, तीन दशकों से अधिक समय तक सक्रिय रहने के बाद क्यों उठाया ये कदम