By अंकित सिंह | Dec 30, 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन पर जमकर हमला बोला और दावा किया कि पैसा कमाने का हक सिर्फ उनके भतीजे, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को है। कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अमित शाह ने टीएमसी सरकार की आलोचना करते हुए डीजीपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की नियुक्तियों में मनमानी का आरोप लगाया।
शाह ने कहा कि कई राज्यों में हमारी सरकारें नहीं हैं, लेकिन वहां ऐसा व्यवहार नहीं होता। प्रधानमंत्री वंदे भारत अभियान को हरी झंडी दिखाने आते हैं, और ममता जी मंच पर नहीं जातीं। वह विभाग विभाग के नियमों को तोड़-मरोड़ कर पेश करती हैं, और डीजीपी की नियुक्तियों में मनमानी होती है। सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्हें सलाहकार, यानी परोक्ष डीजीपी के रूप में नियुक्त किया जाता है। ममता बनर्जी की सरकार ने सिंडिकेट को बढ़ावा दिया है और रिश्वतखोरी की है, और यहां सिर्फ 'भाईपो' (भतीजे) को ही कमाने का हक है, किसी और को नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं पश्चिम बंगाल के नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद भी राज्य सरकार की सभी मौजूदा योजनाएं जारी रहेंगी। हम जिन योजनाओं का वादा करेंगे, उन्हें ज़मीनी स्तर पर लागू किया जाएगा। राज्य में अवैध अप्रवासन के मुद्दे पर बोलते हुए अमित शाह ने मतुआ समुदाय को सुरक्षा का आश्वासन दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मतुआ समुदाय को डरने की कोई ज़रूरत नहीं है। भाजपा का वादा है कि बंगाल आए उत्पीड़ित शरणार्थी भारत के नागरिक हैं और कोई उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकता, यहां तक कि ममता बनर्जी भी नहीं।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा और असम में घुसपैठ रुक गई है, जबकि पश्चिम बंगाल में यह जारी है। शाह ने दावा किया कि ममता बनर्जी राजनीतिक उद्देश्यों के लिए घुसपैठ जारी रखना चाहती हैं, जो उनके अनुसार अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिए है। शाह ने कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले जोरदार आह्वान किया। आत्मविश्वास से भरे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी।