By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 14, 2021
कुलपी (पश्चिम बंगाल)। तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया के देश में पूरा होने में 10 साल लगने का दावा करते हुए शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर नागरिकता प्रदान करने के मुद्दे को लेकर मतुआ समुदाय के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।। गौरतलब है कि शाह ने पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार को जनसभाओं को संबोधित करते हुए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध करने के लिए ममता बनर्जी सरकार पर हमला किया था और यह दावा किया था कि कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम के पूरा होने के बाद नागरिकता कानून लागू किया जाएगा। दक्षिण 24 परगना जिले के कुलपी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने कहा, शाह ने कहा कि देश में कोविड टीकाकरण का काम पूरा होते ही सीएए को लागू कर दिया जाएगा। पूरे देश में टीकाकरण की प्रक्रिया को पूरा होने में 10 साल लगेंगे। वह मतुआ को गुमराह कर रहे हैं। शाह ने मतुआ समुदाय के गढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जैसे ही कोविड-19 के टीकाकरण की प्रक्रिया खत्म होती है, सीएए के तहत नागरिकता देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आप सभी इस देश के सम्मानित नागरिक होंगे।’’
डायमंड हार्बर के सांसद ने कहा, पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी को तीसरी बार मुख्यमंत्री चुनेगा। टीएमसी सदस्य के रूप में दिनेश त्रिवेदी के शुक्रवार को राज्यसभा से इस्तीफे का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि त्रिवेदी कह रहे थे कि उनका दम घुट रहा है। उन्हें जाने दीजिए और भाजपा के आईसीयू में भर्ती हो जाने दीजिए। उन्होंने कहा कि जय श्री राम का नारा भाजपा का एक चुनावी पैंतरा है और उसका कोई विकास का एजेंडा नहीं है। टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी महिलाओं को सम्मान देना नहीं जानती है। उन्होंने कहा, वे जय श्री राम कहते हैं न कि जय सिया राम। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे महिलाओं को सम्मान देना नहीं जानते हैं। बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचार किया जाता है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेता बाहरी लोगों का एक झुंड हैं जो बंगाल की संस्कृति से अवगत नहीं हैं और लोगों को भ्रमित करने के लिए फर्जी खबरें फैला रहे हैं।