By अनुराग गुप्ता | Feb 09, 2021
नयी दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा अध्यक्ष पर रवींद्रनाथ टैगोर का अपमान किए जाने का आरोप लगाया। जिसका गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया। गृह मंत्री ने कहा कि अधीर रंजन जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब मैं विश्वभारती और शांति निकेतन में गया तो गुरुदेव टैगोर की कुर्सी पर बैठा। मेरे पास विश्वभारती के उपकुलपति का पत्र है जिसमें मैंने स्पष्टता मांगी है कि सभी चीज की जांच करके बताइए कि कहां पर मैं बैठा हूं।
गृह मंत्री ने बताया कि उन्होंने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। जहां पर मेरे बैठने का जिक्र है, वो एक खिड़की है, जहां सभी के बैठने की व्यवस्था है। उसी स्थान पर पूर्व राष्ट्रपति भी बैठीं थीं, प्रणब दा भी बैठे थे, श्री राजीव गांधी भी बैठे थे, मैं भी वहीं बैठा हूं।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री जब आईं तो उन्होंने स्मरिका के अंदर उसी स्थान पर बैठकर अपनी टिप्पणियां लिखी। मेरा इतना ही कहना है कि इस सदन में जब कभी हम बात करते हैं तो बात करने से पहले तथ्यों को जांचना चाहिए, परखना चाहिए। अगर हम सोशल मीडिया से उठाकर हम यहां में रख दें तो इस सदन की गरिमा को क्षति पहुंचती है।
उन्होंने कहा कि मैं तो उस कुर्सी पर नहीं बैठा, लेकिन मेरे पास दो फोटो हैं, जिसमें एक पर जवाहरलाल नेहरू जी उस कुर्सी पर बैठे दिख रहे हैं। दूसरी फोटो में राजीव गांधी टैगोर साहब के सोफे पर बैठकर चाय पीते दिख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो इस सदन में उपस्थित नहीं होता है उसके नाम का उल्लेख नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा जी के नाम का भी उल्लेख किया है। मैंने नड्डा जी के भाषण को पूरा सुना है। मैं चैलेंज करता हूं कि नड्डा जी ऐसा बोले हैं तो उसे रिकॉर्ड पर रखें। जो उन्होंने कल कहा है, ऐसा नड्डा जी कहीं नहीं बोले हैं। इस दौरान गृह मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शांति निकेतन के उपकुलपति का पत्र और फोटो को सभापटल में रखने का अनुमति मांगी।