By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 04, 2019
नयी दिल्ली। वायुसेना का एक एएन -32 विमान सोमवार को लापता हो गया और इसके साथ ही 2016 में एक अन्य मालवाहक विमान के बंगाल की खाड़ी के ऊपर से लापता होने की दुखद यादें ताजा हो गईं। रूस में बना विमान करीब तीन साल पहले  चेन्नई से पोर्ट-ब्लेयर जा रहा था और उसमें चालक दल के छह सदस्यों सहित कुल 29 लोग सवार थे। उससे पहले 2009 में वायुसेना का एक और एएन-32 विमान अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले के एक गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इसे भी पढ़ें: एएन-32 की खोज जारी, एक दिन बाद भी नहीं मिला कोई सुराग
उस हादसे में 13 रक्षा कर्मियों की मौत हो गयी थी। एंतोनोव एएन -32 एक दो इंजन वाला सैन्य परिवहन विमान है जो बिना पुन: ईंधन भरे चार घंटे तक उड़ान भर सकता है। जून 2016 में लापता एएन -32 विमान ने चेन्नई के तांबरम से सुबह साढ़े आठ बजे उड़ान भरी थी और उस समय रक्षा सूत्रों ने बताया था कि उड़ान भरने के 16 मिनट बाद तक विमान से संपर्क बना हुआ था।
इसे भी पढ़ें: भारतीय वायुसेना का एएन-32 विमान लापता, 13 लोग हैं सवार
इस घटना के कुछ महीने बाद, कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी ने निष्कर्ष दिया था कि वायुसेना के लापता विमान में सवार सभी लोगों को ‘‘मृत’’ मान लिया जाए। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद से सोमवार को जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि 2016 में लापता हुए विमान के मामले में कोई नयी जानकारी नहीं है।