By अनुराग गुप्ता | Mar 17, 2021
गुवाहाटी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असम के कलाईगांव में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि असम की धरती शंकर देव की धरती भी है। वे ऐसे दूरदर्शी महापुरूष थे जिन्होंने भारत में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अलख जगाते हुए घुसपैठ की समस्या के बारे में ध्यान आकर्षित किया था। इसीलिए शंकर देव को कांग्रेस ने मान्यता नहीं दी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मान्यता देती भी कैसे, उनके साथ तो तुष्टीकरण की नीति भी जुड़ी थी। आप देख रहे होंगे असम विकास के पैमाने में पिछड़ा है तो उसके पीछे कांग्रेस और उसकी कुटिल नीतियां हैं। कांग्रेस कभी विकास की पक्षधर नहीं रही। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के गठबंधन एआईयूडीएफ पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि इस संगठन का नाम असम में घुसपैठ कराने का रहा है।
उन्होंने कहा कि असम का चुनाव संस्कृति, सभ्यता को बचाने का महाचुनाव है। उन्होंने कहा कि यह नया भारत है जहां सभ्यता और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती। हम विकास की योजनाओं में किसी के साथ जाति, मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करेंगे।।