By अनन्या मिश्रा | Dec 09, 2025
सर्दियों के मौसम में योग करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। ठंडी हवाओं और कम तापमान के बीच योगाभ्यास करने से शरीर को गर्म और फिट रखने में मदद मिलती है। योग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस मौसम में योग करने के दौरान कुछ गलतियों से बचना जरूरी है। ऐसा हम आपको इसलिए बता रहे हैं, क्योंकि कई लोग सर्दियों में सुबह में योग को लेकर काफी ज्यादा उत्साहित होते हैं। लेकिन शरीर को तैयार किए बिना कठिन योगासन चोट की वजह बन सकता है।
ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको सर्दियों के मौसम में योग करने के दौरान अक्सर होने वाली गलतियों और उनको सुधारने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिससे कि आप सेफ और प्रभावी तरीके से योगासन कर सकें।
ठंडी के मौसम में शरीर का तापमान कम होता है और मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं। ऐसे में अगर आप बॉडी को गर्म किए स्ट्रेच या कठिन योगासन करते हैं, तो मांसपेशियों में खिंचाव और मोच या चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए योग करने से पहले हल्का वार्मअप एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करना बेहद जरूरी होता है।
हैवी खाना खाने के बाद फौरन योग करना पाचन को प्रभावित कर सकता है। इससे उल्टी या फिर पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सर्दियों में खाना धीरे-धीरे पचता है। इसलिए योग अभ्यास के कम से कम 1.5 या 2 घंटे पहले भोजन करना चाहिए।
ठंडियों में बाहर योग करते समय शरीर को पर्याप्त गर्म रखना बेहद जरूरी होता है। बिना गर्म कपड़ों में सर्दियों में योग करने से शरीर ठंडा हो सकता है और मांसपेशियां कठोर हो सकती हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इस दौरान हल्के जैकेट या थर्मल कपड़े पहनना चाहिए।
ठंडी में शरीर सुस्त हो जाता है, इसलिए गलत तरीके से योगासन करना चोट का कारण बन सकता है। योग की सही तकनीक, सांस पर ध्यान रखना और सही मुद्रा करना जरूरी होता है। किसी भी कठिन आसन को बिना किसी ट्रेनर की सलाह पर नहीं करना चाहिए।
सर्दियों में वार्मअप न करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कम होता है और मांसपेशियां सख्त रहती हैं। ऐसे में स्ट्रेचिंग और योगासन करना खतरे भरा रहता है। कम से कम 5-10 मिनट का हल्का सा वार्मअप जरूर करना चाहिए।
बता दें कि लंबे समय तक बिना सावधानी और बिना ब्रेक के योग करने से शरीर पर दबाव पड़ सकता है। इससे जोड़ों में चोट, मांसपेशियों में दर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सर्दियों में योग सत्र छोटा लेकिन नियमित रखना बेहतर होता है।