बाबरी मस्जिद शरिया के मुताबिक एक मस्जिद है और क़यामत तक रहेगी: अरशद मदनी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 06, 2019

नई दिल्ली। देश मे मुसलमानों के प्रमुख संगठन जमीयत उलेमा ए हिन्द ने बुधवार को कहा कि बाबरी मस्जिद राम जन्म भूमि विवाद पर उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला होगा, उसे माना जाएगा। उन्होंने सभी से फैसले का सम्मान करने की अपील की। जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने यहां एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मस्जिद को ले कर मुसलमानों का मामला पूरी तरह से ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है और बाबरी मस्जिद का निर्माण किसी मंदिर को तोड़ कर नहीं कराया गया है।

इसे भी पढ़ें: अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले मुंबई में बढ़ाई गई सुरक्षा

अदालत के फैसले से पहले किसी तरह की मध्यस्थता की सम्भावना को खारिज करते हुए मदनी ने कहा कि बाबरी मस्जिद शरिया के मुताबिक एक मस्जिद है और क़यामत तक मस्जिद रहेगी। किसी शख्स के पास यह अधिकार नहीं है कि वह किसी विकल्प की उम्मीद में मस्जिद के दावे से पीछे हट जाए। उन्होंने सभी नागरिकों, खासकर, मुसलमानों से उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान करने की अपील की।

प्रमुख खबरें

Modis Special Ops! अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान के बाद ऑस्ट्रेलिया में भी भारत ने चला दिया खुफिया ऑपरेशन? Five Eyes हैरान

Shriram Properties ने बेंगलुरु में चार एकड़ जमीन खरीदी, राजस्व लक्ष्य 250 करोड़ रुपये

Fruit Juice को करें स्किप, Summer Diet में शामिल करें साबुत फल, Expert ने बताए इसके फायदे

Bihar: आरक्षण पर तेजस्वी यादव को चिराग पासवान ने दी चेतावनी, कहा- झूठ बोलना बंद करें, वरना...