देश के बंटवारे के लिये सावरकर और जिन्ना जिम्मेदार : बघेल

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 16, 2022

रायपुर, 16 अगस्त।  विनायक दामोदर सावरकर एवं मोहम्मद अली जिन्ना को देश के विभाजन के लिये जिम्मेदार ठहराते हुये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इन्हीं दोनों नेताओं ने दो राष्ट्र बनाने की वकालत की थी। छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस के आजादी गौरव पदयात्रा के समापन समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सावरकर और जिन्ना ही थे, जिन्होंने कहा था कि दो राष्ट्र बनना चाहिये। उन्होंने कहा, दो राष्ट्र बनना चाहिए, यह कहने वाले सावरकर और जिन्ना थे। देश के बंटवारे और उस दौरान हुई हिंसा के लिए सावरकर और ​जिन्ना ही जिम्मेदार हैं।

बघेल ने कहा, ‘‘जब तक सावरकर को जेल नहीं हुई थी तब तक वह क्रांतिकारी थे, लेकिन जैसे ही कालापानी की सजा हुई। जैसे ही अंडमान निकोबार के जेल भेजे गए, सावरकर ने अंग्रेजों से एक दर्जन बार माफी मांग ली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जेल से निकलने के बाद अंग्रेजों के खिलाफ सावरकर ने कभी कुछ नहीं कहा और उनके एजेंडा फूट डालो राज करो के जड़ों को सींचने का काम किया। भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने कहा, बहुत अच्छा लगता है जब दो रंगियो के हाथ में ​तिरंगा दिखाई देता है।

बहुत अच्छा लगता है जिनके कार्यालय में दशकों तक तिरंगा नहीं फहराया गया था, वहां तिरंगा लहरा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग देश को, समाज को बांटने मे लगे थे और अंग्रेजों की दलाली करने में लगे थे। बघेल ने कहा, देश भक्ति के लिए (हमें) इनके प्रमाण की जरूरत नहीं है, हमारे पुरखों ने देश की आजादी के लिए खून बहाया है, लेकिन इनको प्रमाण देने की आवश्यकता है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ये लोग गांधी, सरदार पटेल और तिरंगा को अपना रहे हैं।

भाजपा और आरएसएस से कहना चाहता हूं कि एक बार नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद बोलकर दिखा दें। यह दोहरा चरित्र नहीं चलेगा। गांधी ने देश के ​लिए सब त्याग दिया। उन्होंने देश में सांप्रदायिक सौहार्द बरकरार रखने के लिये प्राण की आहुति दे दी। उस संत को, महात्मा को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है जिनके रास्ते पर चलते हुए कई देश आजाद हुए है। समारोह को संबोधित करते हुये कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी पी एल पूनिया ने कहा कि इतिहास साक्षी है भाजपा ने कभी तिरंगे का सम्मान नहीं किया।

उन्होंने कहा कि आज बढ़ चढ़ कर तिरंगा रैली निकाल रहे ये लोग संविधान को भी मानने को तैयार नही थे, मनु स्मृति को संविधान बनाने की मांग करते थे। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में जो विरोध करते थे वो आज अमृतमहोत्सव का ढोंग कर रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस नेताओं ने बताया कि आजादी के हीरक जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से देशभर में आजादी गौरव पदयात्रा का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा क्षेत्रों में आजादी गौरव पदयात्रा निकाली गई और प्रत्येक विधानसभा में 75 किलोमीटर की पदयात्रा की गई।

उन्होंने बताया कि आजादी गौरव पदयात्रा के दौरान आजादी की लड़ाई में शामिल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा उनके परिवार का सम्मान किया गया और इसके साथ ही उनकी वीरगाथा को आज के युवाओं को बताया गया। उन्होंने बताया कि राज्य निकाली गयी पदयात्रा का समापन आज दोपहर बाद रायपुर के गांधी मैदान में किया गया। समापन कार्यक्रम में बघेल और पुनिया के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम समेत अन्य नेता उपस्थित थे।

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