भोपाल। राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल के डॉ हजारीलाल भूरिया ने शनिवार सुबह फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। डॉक्टर ने पहले वायर से फंदा बनाया लेकिन नाकाम होने पर उन्होंने अपने डॉग की रस्सी से फांसी लगा ली। बता दें कि भूरिया पैथॉलीजी लैब में पदस्थ थे। हालांकि सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हबीबगंज पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक हजारीलाल भूरिया जेपी अस्पताल में ही रहते थे। उनकी पत्नी सागर में डॉक्टर हैं और एक बेटा दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है।
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दरअसल, भूरिया जेपी अस्पताल के कैंपस में अकेले ही रह रहे थे। शनिवार सुबह 7 बजे घर पर खाने बनाने वला लड़का पहुंचा, तो भूरिया फंदे पर मिले। सुसाइड से पहले वाट्सएप मैसेज करने की बात सामने आ रही है। हालांकि खुदकुशी का कारण अभी अज्ञात है। मोबाइल को भी जांच के लिए लैब भेजा गया है।