भोपाल। मध्यप्रदेश भाजपा और प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर आमने सामने आ गई है। जहां भाजपा ने जिला स्तर पर किसान कर्ज माफी को लेकर आक्रोश रैली निकाली, तो वहीं कांग्रेस जिला कमेटियों ने कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह नरसिंहपुर में किसान आक्रोश आंदोलन के दौरान राज्य की कमलनाथ सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। राकेश सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। जिसको लेकर भाजपा सड़कों पर उतरेगी। राकेश सिंह ने किसानों, गरीबों को दिए गए बढ़े हुए बिजली बिलों की होली भी जलाई।
जबकि भोपाल में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना देने बैठे नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि अगर फिर से विधानसभा चुनाव हो जाएं तो इस बार कांग्रेस को 230 में से 30 सीटें भी अगर कांग्रेस को मिल जाए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। लोकसभा चुनाव में जनता ने प्रदेश की 29 में से 28 सीटें भाजपा को जिताकर कांग्रेस को आईना दिखाया है।
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वहीं, रीवा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान आक्रोश आंदोलन का नेतृत्व करते हुए कहा कि प्रदेश में जबसे कमलनाथ सरकार आई है चारों तरफ बर्बादी है। हर तरफ लोगों के आंखों में आंसू है, जिस गरीब का पहले 200 रुपए का बिल आता था अब वह 66 हजार, 75 हजार हो चुका है, कुछ तो शर्म करें मुख्यमंत्री कमलनाथ।
तो दूसरी ओर कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन के दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर आर्थिक मदद ना दिए जाने और भेदभाव के आरोप लगाते हुए भाजपा सांसदों की घेराबंदी भी की। कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश में प्राकृतिक आपदा होने पर केंद्र की मोदी सरकार आर्थिक मदद देने में भेदभाव बरत रही है। कांग्रेस ने भाजपा सांसदों का घेराव करते हुए प्रदेश के किसानों की फसलों के नुकसान व अन्य क्षतिपूर्ति नहीं दिलाने के आरोप लगाए।