Chai Par Sameeksha: Bihar, Bengal, Tamilnadu में BJP ने उतारे अपने महारथी, क्या फिर दौड़ेगा विजय रथ

By अंकित सिंह | Sep 29, 2025

प्रभासाक्षी के साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह हमने भाजपा और चुनावी राज्यों में उसके द्वारा नियुक्त किए गए प्रभारियों को लेकर चर्चा की। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम में मौजूद रहे प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे। नीरज कुमार दुबे ने कहा कि भाजपा हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहती है और वह हर राज्यों में अलग-अलग तरीके से चुनाव भी लड़ती है। नीरज दुबे ने सबसे पहले बिहार की बात करते हुए कहा कि हम सब इंतजार कर रहे थे कि चुनाव नजदीक आ गए हैं लेकिन बिहार में अभी तक प्रभारी नियुक्त नहीं किए गए हैं। अमित शाह वहां के लगातार दौरे कर रहे हैं। ऐसे में अब बिहार के प्रभारी के तौर पर धर्मेंद्र प्रधान को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। 


उन्होंने कहा कि इसके अलावा उनके साथ सीआर पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य को लगाया गया है जो कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के भी बेहद विश्वास पात्र माने जाते हैं। बिहार को बारीकी से समझते हैं। इसके अलावा वह जातीय समीकरण में भी फिट बैठते हैं। सीआर पाटिल को वहां भेजने का मतलब है कि कहीं से भी कोई चूक संगठन के स्तर पर चुनाव को लेकर ना हो और अगर सीआर पाटिल गए हैं तो इस तरह की कोई दिक्कत नहीं हो सकती है। सीआर पाटिल को संगठन के लिए जाना जाता है। संगठन में रहते हुए वह ऐसे कई काम कर चुके हैं जो आज भी देश के अलग-अलग हिस्सों में राजनीतिक दलों के लिए मिसाल बना हुआ है।

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प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने केशव प्रसाद मौर्य के लिए कहा कि वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में तो काफी बड़े नेता है। लेकिन बिहार में उनको प्रभारी नियुक्त किया गया है। केशव प्रसाद मौर्य जिस जाति से आते हैं, बिहार में उसकी अच्छी खासी संख्या है। ऐसे में केशव प्रसाद मौर्य को वहां भेज कर कहीं ना कहीं भाजपा ने एक नई तरह की रणनीति पर काम करने की शुरुआत कर दी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भी एक अलग मैसेज दिया गया है कि केशव प्रसाद मौर्य अभी पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और अगर बिहार में वह चुनाव जितवाने में कामयाब होते हैं तो केशव प्रसाद मौर्य का भी कद आगे बढ़ सकता है। वही पश्चिम बंगाल को लेकर नीरज दुबे ने कहा कि अगर भूपेंद्र यादव को वहां भेजा गया है तो इससे अंदाजा लगा लेना चाहिए कि बंगाल में इस बार भाजपा कहीं से भी कोई चूक नहीं करना चाहती। याद होगा कि भूपेंद्र यादव ने महाराष्ट्र जैसे कठिन चुनाव को भाजपा की झोली में डाला है। ऐसे में अब बंगाल में भूपेंद्र यादव की कड़ी परीक्षा होनी है और भूपेंद्र यादव को इस तरह के चुनौती लेने की आदत है। 


प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने कहा कि भाजपा हर हाल में बंगाल चुनाव जीतना चाहती है और भूपेंद्र यादव इसके लिए एक अलग तरह के राजनीति पर भी काम कर सकते हैं। तमिलनाडु को लेकर भाजपा ने बैजयंत पांडा को प्रभारी बनाया है। बैजयंत पांडा पहले बीजेडी में थे। अब वहां भाजपा में है। भाजपा के संगठन में काम कर रहे हैं। नीरज दुबे ने कहा कि दिल्ली में अभी उन्हीं के प्रभारी रहते हुए भाजपा ने चुनाव जीता है। ऐसे में उन्हें इनाम दिया गया है और तमिलनाडु जैसे बड़े राज्य का प्रभारी बनाया गया है। दक्षिण भारत में कमल खिलाने की जिम्मेदारी बैजयंत पांडा के ऊपर होगी। बैजयंत पांडा संगठन में काफी बारीकी से काम करते हैं। वह हर तरह से पार्टी को मजबूत करने में सक्षम है। 


प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे ने यह भी कहा कि फिलहाल जिस तरीके से प्रभारी की नियुक्ति हो गई है। उससे ऐसा लगता है कि अब भाजपा अध्यक्ष का चुनाव फिलहाल नहीं होने जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा अध्यक्ष का चुनाव अभी होने जा भी रहा है तो भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान का नाम इससे हट गया है क्योंकि इन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। इन्हें प्रभारी बनाकर भेजा गया है। उन राज्यों में जहां आने वाले दिनों में चुनाव होने हैं, ऐसे में अब भाजपा अध्यक्ष को लेकर आने वाले दिनों में अलग-अलग नाम चल सकते हैं।

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