By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 04, 2019
बेंगलुरू। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा राज्य में जेडीएस-कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल करने की अपनी कोशिश के तहत कांग्रेस के प्रत्येक विधायक को 50 करोड़ रूपये की पेशकश कर रही है। इस बीच, मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी कैबिनेट के दो मंत्रियों ने आरोप लगाया है कि भाजपा अब भी कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि भगवा पार्टी के विधायक गठबंधन साझेदारों के साथ संपर्क में हैं। वहीं, सिद्धरमैया के दावे को खारिज करते हुए भाजपा ने उन पर पलटवार किया और कहा कि गठबंधन सरकार को आरोप लगाने के बजाय राज्य के प्रशासन पर ध्यान देना चाहिए।
कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों के विधानसभा के आगामी बजट सत्र से दूर रहने की खबरों के बीच सत्तारूढ़ पक्ष ने यह दावा (सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को लुभाने की कोशिश किए जाने का) किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता आर अशोक ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि सत्तारूढ़ गठबंधन के 20 से 25 असंतुष्ट विधायक अपने-अपने नेताओं की पहुंच से दूर हैं। भगवा पार्टी ने रविवार को कहा था कि छह फरवरी से शुरू होने वाले राज्य के बजट सत्र के दौरान वह अविश्वास प्रसताव लाने के खिलाफ नहीं है। सिद्धरमैया ने कहा कि वह (भाजपा) भ्रम की स्थिति में है। वे लोग(भाजपा) 50 करोड़ रूपये की (कांग्रेस विधायकों को) पेशकश कर रहे हैं। उन्होंने (भाजपा ने) एक हफ्ते तक अपने 104 विधायकों को हरियाणा के एक सेवन स्टार होटल में रखा।
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उन्होंने कोप्पल में संवाददाताओं से कहा कि यदि प्रत्येक 20 विधायक को 50 करोड़ रूपया मिलेगा, तो यह रकम कितनी होगी? यह 1,000 करोड़ रूपये होगी। वे इतना रूपया कहां से लाएंगे? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस के 20 विधायकों को खरीदना चाहती है। उन्होंने दावा किया कि यदि 100 करोड़ रूपये की भी पेशकश की जाती है तो भी ये लोग टस से मस नहीं होंगे। वहीं, भाजपा प्रवक्ता एवं महासचिव एन रवि कुमार ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी सरकार गिराने की कोशिश नहीं कर रही है। उन्हें बजट पेश करने और सरकार चलाने दीजिए। हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले महीने की शुरूआत में दो निर्दलीय विधायकों के सरकार से समर्थन वापस ले लेने और कांग्रेस के कुछ विधायकों के संपर्क से दूर रहने पर सिद्धरमैया ने इसी तरह का आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा 25-30 करोड़ रूपये की पेशकश कर कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। इस बीच, शहरी विकास मंत्री एवं कांग्रेस नेता यूटी खादर ने मंगलुरू में संवाददाताओं से कहा, ‘हमारे सभी विधायक हमारे वरिष्ठ नेताओं से संपर्क में हैं, भाजपा के विधायक भी संपर्क में हैं। इसलिए कोई समस्या नहीं है, लेकिन हमने कोई प्रलोभन नहीं दिया है।’
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हालांकि, उन्होंने किसी विधायक के नाम का खुलासा करने से इनकार कर दिया। पर्यटन मंत्री एस आर महेश (जेडीएस) ने मैसुरू में संवाददाताओं से बात करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा अब भी उनकी पार्टी के विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि इंतजार करिए और देखिए...अब निर्णायक मोड़ आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वे लोग विधायकों (गठबंधन के) को बजट सत्र से दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।